एनकाउंटर के बाद विकास दुबे की सम्पतियों पर ईडी ने शुरू की जांच
कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर के मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद प्रर्वतन निदेशालय ने हिस्ट्रीशीटर और उसके करीबियों की काली कमाई खंगालने का काम शुरू किया है। ईडी ने विकास दुबे और उसके साथियों से जुड़ी जानकारी एवं कागजात एसटीएफ और पुलिस से मांगे हैं। विकास दुबे और …
कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर के मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद प्रर्वतन निदेशालय ने हिस्ट्रीशीटर और उसके करीबियों की काली कमाई खंगालने का काम शुरू किया है। ईडी ने विकास दुबे और उसके साथियों से जुड़ी जानकारी एवं कागजात एसटीएफ और पुलिस से मांगे हैं।
विकास दुबे और जय बाजपेयी से जुड़ी जानकारी के लिए प्रर्वतन निदेशालय पहले ही पत्र लिखकर आईजी मोहित अग्रवाल को सूचित भी कर चुके थे। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी की जांच शुरू होने के बाद एक टीम कानपुर पहुंची। ईडी की टीम ने अपराधी विकास दुबे और ब्रह्मनगर के कारोबारी जय बाजपेयी की कई संपत्तियों के दस्तावेज खंगाले है।
टीम ने पुलिस से विकास दुबे के क्राइम रिकार्ड को हासिल किया है। ईडी ने पुलिस, प्रशासन और अन्य विभाग जहां से वित्तीय लेनदेन होता है, वहां से जय बाजपेई के दस्तावेजों को जुटाया है और जानने की कोशिश की गई कि आखिर वह विकास के लिए कैसे काम करता था।
उन्होंने बताया कि उसकी प्रॉपर्टी के दस्तावेज, बैंक खातों का ब्योरा, आपराधिक रिकार्ड भी एकत्र किए हैं। ईडी की टीम अब विकास, उसके परिवार और करीबी लोगों के रिकार्ड खंगाल रही है। प्रवर्तन निदेशालय के कानपुर में होने की पुष्टि करते हुए एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि ईडी की टीम ने विकास और उसके साथियों की संपत्तियों की जांच के लिए दस्तावेज की मांग की थी जो उन्हेंं उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्हेंं अभी तक की कार्रवाई से भी अवगत कराया जा रहा है।
गौरतलब हैै कि प्रवर्तन निदेशालय ने छह जुलाई को आइजी मोहित मोहित अग्रवाल को पत्र लिखकर विकास दुबे से संबंधित रिकार्ड मांगे थे और बृहस्पतिवार को एक टीम कानपुर आई भी थी लेकिन पुलिस अधिकारी अपराधी विकास दुबे की धरपकड़ में लगे हुए थे जिसके चलते उन्हें दस्तावेज उपलब्ध नहींं हो पाए थे।