UKSSSC पेपरलीक मामला: जिन्हें नौकरी देनी थी उनकी ओएमआर शीट पर खुद किए काले गोले, आयोग के सचिव के घर बना रिजल्ट
देहरादून, अमृत विचार। राज्य में भर्ती परीक्षाओं में हुई धांधलियों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जीरो टॉलरेंस के सिद्धांत का पालन करते हुए उत्तराखंड एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। यूकेएससीसी द्वारा 2016 में कराई गई वीपीडीओ भर्ती परीक्षा में धांधली की जांच में शनिवार को आरबीएस रावत पूर्व चेयरमैन, सचिव मनोहर कन्याल, पूर्व …
देहरादून, अमृत विचार। राज्य में भर्ती परीक्षाओं में हुई धांधलियों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जीरो टॉलरेंस के सिद्धांत का पालन करते हुए उत्तराखंड एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। यूकेएससीसी द्वारा 2016 में कराई गई वीपीडीओ भर्ती परीक्षा में धांधली की जांच में शनिवार को आरबीएस रावत पूर्व चेयरमैन, सचिव मनोहर कन्याल, पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरएस पोखरिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह भर्ती परीक्षा प्रकरण में अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही है। 2016 के मामले में लंबे समय से जांच चल रही थी लेकिन मुख्यमंत्री के कड़े रुख के बाद जांच एजेंसियों ने भी तेजी दिखाई।
वहीं आयोग से जुड़े अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद उनके गुनाहों की कहानी भी सामने आ रही है। वीपीडीओ भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने के सूत्रधार यूकेएसएसएससी के तत्कालीन अध्यक्ष डा. रघुबीर सिंह रावत, पूर्व सचिव मनोहर सिंह कन्याल और पूर्व परीक्षा नियंत्रक राजेंद्र सिंह पोखरिया रहे। जिन्होंने सचिव के घर को कार्यालय बना दिया था। सचिव मनोहर सिंह कन्याल ने परीक्षा की ओएमआर सीट अपने घर पर मंगवाई। जिन अभ्यर्थियों को नौकरी दिलवानी थी, उनकी ओएमआर सीट में गोले काले कर दिए। इस मामले में एसटीएफ ने कई संदिग्ध अभ्यर्थियों से पूछताछ की तो मामले का पर्दाफाश हुआ। एसटीएफ ने अभ्यर्थियों के बयान भी कोर्ट में दर्ज करवा दिए हैं। भर्ती परीक्षा छह वर्षों में कई पड़ावों से गुजरी, जिसके बाद तीनों मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी हो पाई है। परीक्षा छह मार्च 2016 को करवाई गई। 30 मार्च 2016 को परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया। परीक्षा में धांधली की बात सामने आने और विभिन्न शिकायतों के आधार पर शासन ने तत्कालीन अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति वर्ष 2017 में गठित की। परीक्षा में अनियमितता की पुष्टि होने के कारण परिणाम को निरस्त किया गया। इसके बाद जांच ठंडे बस्ते में डाल दी गई। फिलहाल एसटीएफ ने तीनों आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है। आगे और भी खुलासे होने के आसार हैं।