यूपी की सभी रेलवे क्रासिंग पर रुकेंगी दुर्घटनाएं, पीडब्ल्यूडी विभाग उठाने जा रहा बड़ा कदम

यूपी की सभी रेलवे क्रासिंग पर रुकेंगी दुर्घटनाएं, पीडब्ल्यूडी विभाग उठाने जा रहा बड़ा कदम

रविशंकर गुप्ता/ लखनऊ।  उत्तर प्रदेश में रेलवे क्रासिंग पर होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए लोक निर्माण विभाग बड़ा कदम उठाने जा रहा है। इसमें सबसे पहले मानवरहित रेलवे क्रासिंग को चिन्हित किया जायेगा। यहां पर पुल निर्माण का कार्य शुरू होगा। विभाग का लक्ष्य है कि अगले पांच सालों में उत्तर प्रदेश …

रविशंकर गुप्ता/ लखनऊ।  उत्तर प्रदेश में रेलवे क्रासिंग पर होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए लोक निर्माण विभाग बड़ा कदम उठाने जा रहा है। इसमें सबसे पहले मानवरहित रेलवे क्रासिंग को चिन्हित किया जायेगा। यहां पर पुल निर्माण का कार्य शुरू होगा। विभाग का लक्ष्य है कि अगले पांच सालों में उत्तर प्रदेश में एक भी मानवरहित क्रासिंग न बचे ताकि रेल दुर्घटनाओं को रोका जा सके। इस बारे में जानकारी देते हुए यूपी के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने भी बताया कि प्रदेश में अभी भी कहीं-कहीं पर मानव रहित रेलवे क्रासिंग हैं जहां पर अचानक दुर्घटनायें हो जाती हैं।

ऐसे में इन सभी क्रासिंग को समाप्त कर हम ओवरब्रिज का निर्माण करेंगे। लोक निर्माण मंत्री ने ये जानकारी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुरू हुए 81वें रोड कांग्रेस के मौके पर दी है। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के सामने ये जानकारी देते हुए बताया कि यूपी में सड़कों मजबूत सड़कों के साथ-साथ अब सभी रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाया जाना अति आवश्यक है। इसलिए हमने अगले पांच साल में इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

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रेल मंत्रालय का ये है आकड़ा
रेल मंत्रालय ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि देश भर में मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग को प्रति वर्ष हटाने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। रेल मंत्रालय के मुताबिक साल 2009-14 के बीच प्रति वर्ष जहां औसतन 1137 मानव रहित रेलवे क्रासिंग को खत्म किया गया था, वहीं, 2014 से 2019 के दौरान अब औसतन हर साल 1884 मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग खत्म की जा रहीं हैं। रेल मंत्रालय का ये भी कहना है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 1000 के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 216 मानव संचालित क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया गया। ये वित्तीय वर्ष 2021-22 में इसी अवधि के दौरान की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।

बजट में भी की गई बढ़ोत्तरी
रेलवे की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मानव संचालित क्रॉसिंग को खत्म करने के कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से कई उपाय अपनाए जा रहे हैं। इसमें सड़क के ऊपर और नीचे पुलों (आरओबी/आरयूबी) बनाया जाना है। इसके लिए वित्त वर्ष 2021-22 (44 प्रतिशत की वृद्धि) में आवंटित राशि 4,500 करोड़ रुपये को बढ़ाकर 6,500 करोड़ किया गया है।

पिछले पांच सालों में कई 321 जानें
पिछले पांच सालों के आकड़ों पर नजर डालें तो अलग-अलग जिलों में मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर 321 लोगों की मौत हुई है। ये मौते लोगों के अचानक क्रासिंग को पार करने हुई हैं, इसमें कई युवाओं की जान बाइक के साथ पार करते हुए गई है।

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