टनकपुर: शारदा नदी से होने वाले खनन को लेकर तैयारियां शुरू

टनकपुर, अमृत विचार। शारदा नदी में वन विकास निगम टनकपुर द्वारा उप खनिजों का चुगान व निकासी को लेकर जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में जिला सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में डीएलएम शारदा खनन वन विकास निगम टनकपुर हरीश पाल ने बताया कि टनकपुर अन्तर्गत शारदा नदी के 384.69 हे0 आरक्षित …
टनकपुर, अमृत विचार। शारदा नदी में वन विकास निगम टनकपुर द्वारा उप खनिजों का चुगान व निकासी को लेकर जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में जिला सभागार में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में डीएलएम शारदा खनन वन विकास निगम टनकपुर हरीश पाल ने बताया कि टनकपुर अन्तर्गत शारदा नदी के 384.69 हे0 आरक्षित वन क्षेत्र नदी तल से उपखनिजों (रेता, बजरी, बोल्डर) का 10 वर्षों तक उत्तराखण्ड वन विकास निगम टनकपुर को चुगान के लिए अनुमति प्रदान की गयी है। जिसके क्रम में वन विकास निगम टनकपुर द्वारा माह फरवरी, 2023 तक उप खनिजों का चुगान किया जाना है। उन्होंने बताया की आगामी 10 वर्षों के लिए पुर्ननविनीकरण प्रस्ताव भारत सरकार को भेज दिया गया है।
बताया कि उत्तराखण्ड वन विकास निगम टनकपुर द्वारा जनपद के वाहनों द्वारा उपखनिजों की निकासी की जायेगी। डीएम ने कहा कि प्रभागीय लौंगिग प्रबन्धक (खनन), उत्तराखण्ड वन विकास निगम टनकपुर एवं सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, टनकपुर नियमानुसार उपखनिजों के निकासी को देखते हुए आवश्यकतानुसार वाहनों का पंजीकरण करने की कार्यवाही करें। डीएलएम ने बताया कि उप खनिजों की तौल के लिए धर्मकांट लगाए गए है ताकि कोई भी वाहन अनावश्यक रूप से टनकपुर बाजार में प्रवेश न करने पाये। इस सम्बन्ध में डीएम ने वन विकास निगम को धर्मकांटों के लिए सभी औपचारिकतायें पूर्ण करते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिए ताकि उप खनिजों की निकासी और तोल के लिए कोई बाधा उत्पन्न न होने पाये।
वन विकास निगम टनकपुर द्वारा अवगत कराया गया कि शारदा नदी में कार्य करने के लिए लगभग तीन हजार स्थानीय श्रमिक व बाहरी श्रमिकों को लगाया जाएगा। डीएम ने सभी श्रमिकों का पंजीकरण श्रम प्रर्वतन कार्यालय में करने एवं बाहर से आने वाले श्रमिकों का पुलिस विभाग से भी सत्यापन करने के निर्देश दिए।
डीएम ने अवैध खनन पर पूर्णतः अंकुश लगाने के लिए पुलिस विभाग, राजस्व विभाग, वन विभाग के अधिकारियों को समय-समय पर छापेमारी करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त प्रभागीय लॉगिंग प्रबन्धक को निर्देश दिए कि निकासी गेटों पर सीसीटीवी, कंप्यूटरों उपकरणों, कार्मिकों के तैनाती ठीक-ठाक रखें, ताकि उप खनिज निकासी में व्यवधान उत्पन्न न हो। शारदा नदी के उपखनिज क्षेत्र में कार्य में लगे श्रमिकों को वन विकास निगम द्वारा प्रत्येक निकासी गेट पर अवकाश के दिन श्रमिकों के उपचार एवं सलाह के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।
चिकित्सा शिविरों में चिकित्सक की सलाह पर आवश्यकतानुसार दवायें निःशुल्क उपलब्ध कराए तथा पंजीकृत श्रमिकों को आवश्यकता अनुसार जूते, हेल्मेट, मास्क, ग्लब्ज, ऊनी कम्बल एवं माइनिंग जैकेट आदि उपलब्ध कराए। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी चम्पावत आरसी कांडपाल, हल्द्वानी वन प्रभाग बाबू लाल, सीओ विपिन पंत, एआरटीओ सुरेंद्र कुमार, खनन सहायक नवीन देउपा आदि मौजूद रहे।