अल्मोड़ा: सडक़ हादसों के बाद भी नहीं चेत रहा सरकारी तंत्र
अल्मोड़ा, अमृत विचार। सडक़ सुरक्षा के भले प्रशासन लाख दावे क्यों ना करें। लेकिन सच्चाई यह है कि सडक़ हादसों को लेकर प्रशासन जरा भी गंभीर नहीं है। इस बात की बानगी अल्मोड़ा नगर के लोअर माल रोड पर देखने को मिलती है। जहां कई हादसों के बाद भी अब तक स्पीड ब्रेकर नहीं लगाए …
अल्मोड़ा, अमृत विचार। सडक़ सुरक्षा के भले प्रशासन लाख दावे क्यों ना करें। लेकिन सच्चाई यह है कि सडक़ हादसों को लेकर प्रशासन जरा भी गंभीर नहीं है। इस बात की बानगी अल्मोड़ा नगर के लोअर माल रोड पर देखने को मिलती है। जहां कई हादसों के बाद भी अब तक स्पीड ब्रेकर नहीं लगाए हैं। इस मार्ग पर पंद्रह दिनों पहले ही एक सडक़ हादसे में एक नौ साल के मासूम की दर्दनाक मौत हो गई थी।
नगर के लोअर माल रोड पर पांडेखोला के पास कई जगहों पर सडक़ काफी संकरी और घुमावदार है। पंद्रह दिनों इस मार्ग पर अपने पिता के साथ बाइक से स्कूल जाते वक्त संकरे मार्ग पर एक डंपर ने बाइक को टक्कर मार दी। जिसमें नौ साल के मासूम की मौत हो गई थी। इसके अलावा भी इस मार्ग पर अब तक अनेक हादसे हो चुके हैं।
लेकिन संबंधित विभाग द्वारा सडक़ सुरक्षा के नाम पर यहां कुछ नहीं किया। स्थानीय लोग लंबे समय से वाहनों की गति कम करने के लिए यहां स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन विभाग ने अन्य स्थानों पर तो स्पीड ब्रेकर बनाए। लेकिन दुर्घटना संभावित क्षेत्र में एक भी स्पीड ब्रेकर नहीं बनाया। दुर्घटना संभावित इस क्षेत्र में कई स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र भी हैं।
जहां से प्रतिदिन स्कूली बच्चे और अन्य राहगीर गुजरते हैं। पास में ही दो पेट्रोल पंप भी हैं। जिस कारण यहां वाहनों की आवाजाही भी काफी अधिक रहती है। लेकिन इसके बाद भी सडक़ सुरक्षा को लेकर विभाग चुप्पी साधे हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते दिनों हादसे के बाद विभाग ने यहां दो साइन बोर्ड लगाकर अपने कर्तव्यों से इतिश्री कर ली है। जिस कारण अब स्थानीय लोगों में विभाग के प्रति गुस्सा बढ़ता जा रहा है।