चीते से भी तेज दौड़ेगा इंटरनेट!, गांधी जयंती से पहले PM Modi देने जा रहे ये तोहफा
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी 1 अक्टूबर को इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 5G सेवाएं लॉन्च करेंगे। लॉन्च के बाद लोगों का 5G सेवाओं का इंतजार खत्म होगा। सरकार के नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। उसने कहा है कि भारत के डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन और कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों पर ले जाते …
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी 1 अक्टूबर को इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 5G सेवाएं लॉन्च करेंगे। लॉन्च के बाद लोगों का 5G सेवाओं का इंतजार खत्म होगा। सरकार के नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। उसने कहा है कि भारत के डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन और कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों पर ले जाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी भारत में एशिया के सबसे बड़े टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 5G सेवाओं की शुरुआत करेंगे।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस को एशिया में सबसे बड़ा टेलीकॉम, मीडिया और टेक्नोलॉजी फोरम माना जाता है। इसे संयुक्त तौर पर डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम्युनिकेशंस (DoT) और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) आयोजित करते हैं।
जानकारों का कहना है कि 5G टेक्नोलॉजी आने से भारत को बड़ा फायदा होगा। मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर्स का प्रतिनिधित्व करने वाली वैश्विक औद्योगिक संस्था का अनुमान है कि साल 2023 और 2040 के बीच इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को 36.4 ट्रिलियन रुपए या 455 अरब डॉलर का फायदा होने की उम्मीद है।
https://twitter.com/exploreIMC/status/1573320530790334464
5 जी सेवा में आंकड़ों को भेजने और पाने की रफ्तार पहले से कहीं तेज होने वाली है। इससे न केवल लोगों का समय बचेगा वहीं नए दौर के कई एप्लीकेशन को भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकेगा। 5जी की मदद से ग्राहकों का अनुभव पहले से कही ज्यादा बेहतर रहेगा साथ ही अब ट्रांजेक्शन से लेकर फाइल को डाउनलोड या अपलोड करने में भी न के बराबर वक्त लगेगा।
5 जेनरेशन यानी 5जी दूरसंचार सेवाओं के जरिए कुछ ही सेकेंड्स में मोबाइल और दूसरे उपकरणों पर हाई क्वालिटी वाले लंबी अवधि के वीडियो या फिल्म को डाउनलोड किया जा सकता है। यह एक वर्ग किलोमीटर में करीब एक लाख संचार उपकरणों को समर्थन करेगा।
यह सेवा सुपरफास्ट स्पीड (4जी से लगभग 10 गुना तेज), संपर्क में होने वाली देरी में कटौती और अरबों संबद्ध उपकरणों को वास्तविक समय में डेटा साझा करने में सक्षम बनाती है। इसके जरिए 3डी होलोग्राम कॉलिंग, मेटावर्स अनुभव और शैक्षिक अनुप्रयोगों को नए सिरे से परिभाषित किया जा सकता है।
भारतीय उपभोक्ताओं को जल्द ही चुनिंदा शहरों में 5जी सेवाएं मिलने लगेंगी और अगले 12-18 महीनों में इसका व्यापक प्रसार देखने को मिलेगा। समय के साथ नई तकनीक जीवन के उन अनुप्रयोगों को भी हकीकत में तब्दील कर देगी जो महज कुछ साल पहले दूर की कौड़ी नजर आते थे।
5G क्या है?
ये एक लेटेस्ट नेटवर्क है जो पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ इंटरनेट स्पीड (मल्टी-Gbps पीक स्पीड), अल्ट्रा लो-लेटेंसी ऑफर (बेहद कम रुकावट) करता है। इसमें यूज़र को ज़्यादा भरोसेमंद बड़ी नेटवर्क क्षमता मिलती है।
5G को लो-बैंड, मिड-बैंड या हाई-बैंड मिलीमीटर-वेव 24 GHz में 54 GHz तक लागू किया जा सकता है। लो-बैंड 5G, 600Mhz से 900Mhz के बीच 4G के समान फ़्रीक्वेंसी रेंज का इस्तेमाल करता है, मिड-बैंड 5G 1.7GHz से 4.7 GHz के बीच mmWaves का इस्तेमल करता है, और हाई-बैंड 5G 24-47 GHz की फ़्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करता है।
क्या होगा फायदा?
4G के मुकाबले 5G टेक्नोलॉजी ज्यादा बेहतर इंटरफेस के साथ आएगी। जहां 4जी में 150Mbps तक की अधिकतम स्पीड मिलती है, वहीं 5जी में 10Gbps तक डाउनलोड स्पीड होने की बात कही जा रही है, यानी कि यूज़र्स 5G स्पीड के साथ एक पूरी HD फिल्म को महज कुछ सेकेंड में डाउनलोड कर सकेंगे।
अपलोड के मामले में 4G नेटवर्क पर 50Mbps अपलोड स्पीड की तुलना में 5G नेटवर्क 1Gbps तक अपलोड स्पीड मिलने का अनुमान है। इसके अलावा, 4G की तुलना में 5G कहीं ज्यादा डिवाइसेस से कनेक्ट कर सकता है। 5G को स्मार्टफोन की तुलना में कई दूसरी तरह के डिवाइस को जोड़ने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
वायरलेस इंडस्ट्री ट्रेड ग्रुप GSMA का कहना है कि 5जी नेटवर्क आने के बाद अभी मौजूदा 4G LTE से कम से कम 10 गुना तेज इंटरनेट स्पीड हो जाएगी। ऐसा नहीं है कि इंटरनेट स्पीड सिर्फ 10 गुना ही तेज होगी, जबकि इसमें 100 गुना तेज स्पीड तक इजाफा हो सकता है। अगर पूवी डाउनलोड करने हिसाब से देखें तो सिर्फ 10 सेकेंड में ही मूवी डाउनलोड हो जाएगी और और अभी दो घंटे की फिल्म डाउलनोड करने में करीब 7 मिनट तक लग जाते हैं। हालांकि, ये स्पीड भी स्थान और डिवाइस पर निर्भर करेगी। इससे आपका सामान्य इंटरनेट काफी तेजी से चलेगा और एक क्लिक पर बड़ी से बड़ी फाइल खुल जाएगी या डाउनलोड हो जाएगी।
ये भी पढ़ें : बड़ा खुलासा! PFI ने रची थी PM मोदी पर हमले की साजिश, निशाने पर थी पटना की रैली