मुरादाबाद : अपमान पर भड़के जिला पंचायत सदस्य, बोले- बिजली विभाग के अभियंता नहीं मानते जनप्रतिनिधि

मुरादाबाद,अमृत विचार। जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में सदस्यों के सबसे अधिक निशाने पर बिजली विभाग के अधिकारी रहे। जिला पंचायत सदस्यों ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर अपमानित करने का आरोप सदन में मढ़कर शोर मचाया। कहा, वह जनप्रतिनिधि हैं या नहीं सदन में स्पष्ट होना चाहिए। कई सदस्यों ने अपमानजनक स्थिति को देखते …
मुरादाबाद,अमृत विचार। जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में सदस्यों के सबसे अधिक निशाने पर बिजली विभाग के अधिकारी रहे। जिला पंचायत सदस्यों ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर अपमानित करने का आरोप सदन में मढ़कर शोर मचाया। कहा, वह जनप्रतिनिधि हैं या नहीं सदन में स्पष्ट होना चाहिए। कई सदस्यों ने अपमानजनक स्थिति को देखते हुए अगली बैठक का बहिष्कार करने तो एक ने इस्तीफे तक की धमकी दे डाली। जिपं अध्यक्ष, सांसद, विधान परिषद सदस्य ने भी अधिकारियों की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शेफाली सिंह की अध्यक्षता में सर्किट हाउस सभागार में शनिवार को जिला पंचायत बोर्ड की बैठक हुई। संचालन कर रहे अपर मुख्य अधिकारी शिशुपाल शर्मा बैठक में उठाए गए सवालों की प्रगति पर अधिकारियों को पक्ष देने के लिए कहा। इस पर कई अधिकारियों ने टालमटोल रवैये में जवाब दिया तो कई ने पहली बार बैठक में आने की बात कहकर कुछ न जानने का तर्क दिया। जिला पंचायत सदस्य जेपी सैनी ने कहा कि बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता सदस्यों को जनप्रतिनिधि ही नहीं मानते। न तो मिलने पर सम्मान देते हैं और न किसी पत्र का जवाब। जिपं सदस्य अजयवीर ने भी सदस्यों के बात का समर्थन करते हुए कहा कि यदि सदस्यों की बात सदन से लेकर अधिकारियों तक नहीं सुनी जाएगी तो फिर काम करना मुश्किल है।
सदस्यों के अपमान के सवाल पर जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी शिशुपाल शर्मा ने कहा कि यदि बिजली विभाग के अधिकारी अपनी अशोभनीय कार्यशैली छोड़कर जिपं सदस्यों का सम्मान नहीं करेंगे तो वह अध्यक्ष की अनुमति से शासन को पत्र लिखेंगे। यदि जरूरी हुआ तो शासन में सदस्यों के सम्मान के लिए खुद भी जाकर बात रखेंगे। सदस्यों की पीड़ा का समर्थन जिला पंचायत अध्यक्ष ने भी किया। कहा कि सदन में उठे सवालों पर अधिकारी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं, यह रवैया बंद होना चाहिए। बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बुद्ध प्रिय सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी गोविंद बल्लभ पाठक, परियोजना निदेशक सतीश प्रकाश मिश्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अनुपमा शांडिल्य समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
रसूलपुर नगला में शापिंग काम्प्लेक्स, ठाकुरद्वारा में रेस्ट एरिया पर अड़ंगा
जिला पंचायत की कब्जामुक्त कराई गई भूमि पर बोर्ड बैठक के एजेंडे में रसूलपुर नगला में शापिंग काम्प्लेक्स बनवाने और ठाकुरद्वारा के फरीदनगर में रेस्ट एरिया का प्रस्ताव शामिल किया गया था। जिसके बारे में अपर मुख्य अधिकारी के बताते ही सदस्य जेपी सैनी, अजयवीर सहित कई अन्य ने कहा कि पहले जिला पंचायत सदस्यों के प्रस्तावों के कार्य कराएं जाएं। यह सब बाद में बने। अध्यक्ष ने कहा कि इससे जिला पंचायत का कोई बजट व काम प्रभावित नहीं होगा। शापिंग काम्पलेक्स बनने से जिला पंचायत की आय बढ़ेगी। केवल मानचित्र उप विधि को मंजूरी, जिला पंचायत कार्यालय में लाइब्रेरी, सोलर प्लांट लगाने की मंजूरी सदन ने दी। पिछली बैठक की कार्यवाही का अनुमोदन किया गया। ग्रामीण क्षेत्र में जिला पंचायत के द्वारा नक्शा स्वीकृत कराने के प्रस्ताव पर सभी ने सहमति जताई।
‘आंगनबाड़ी केंद्रों की तरह सहकारी समितियों का भी होगा कायाकल्प’
सहकारी समितियों के जर्जर भवनों को लेकर जिपं सदस्य जेपी सैनी ने चिंता जताई। इस पर मुख्य विकास अधिकारी आनंद वर्धन ने कहा कि स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों की तरह सहकारी समितियों का भी कायाकल्प होगा। पहले चरण में 20 समितियों का चयन किया गया है। जेपी सैनी ने कई समितियों पर खाद न आने की शिकायत बताई। इस पर एआर कोआपरेटिव ने कहा कि न बजट है, न कर्मचारी हैं, न बैठने की जगह है। अपर मुख्य अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने इसके समाधान के लिए कहा। सीडीओ ने जिला विकास अधिकारी के साथ मौके पर जाने के लिए कहा। सांसद ने एआर कोआपरेटिव के जवाब पर आपत्ति जताई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सदस्यों के सवाल का जिम्मेदारी, जवाबदेही और सम्मानजनक तरीके से जवाब देना चाहिए।
स्वास्थ्य केंद्रों की बदहाली का मुद्दा गरमाया
जिला पंचायत बोर्ड की पिछली बैठकों में उठाए गए सवाल पर अधिकारियों से प्रगति बताने के लिए जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी ने कहा। जिला पंचायत सदस्य अजयवीर ने मूंढापांडे ब्लॉक के स्वास्थ्य उपकेंद्र रफातपुर में जर्जर, भवन खस्ताहाल और बाउंड्री न होने पर नाराजगी जताई। कहा कि इससे स्टाफ व मरीजों की जान पर खतरा है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के चिकित्साधिकारियों पर अनदेखी का आरोप लगाया। जिला पंचायत अध्यक्ष डा. शेफाली सिंह ने ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटीरेबीज और एंटी स्नेक वेनम का इंजेक्शन न लगने पर आपत्ति जताई। एसीएमओ डा. विश्राम ने बैठक में पहली बार आने का हवाला दिया कि पिछले सवालों को वह नहीं जानते। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि मुरादाबाद में आप पहली बार आए होंगे, लेकिन विभाग में तो पहले से होंगे फिर यह गैर जिम्मेदाराना जवाब नहीं चलेगा।
लोकनिर्माण विभाग के कार्य पर एएमए का तंज
लोकनिर्माण विभाग की ओर से जिला पंचायत के द्वारा निवाड़खास में महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए जिलाधिकारी की सहमति के बाद भी अनापत्ति देने में विभाग के कार्यशैली पर तंज कसा। कहा कि ऐसे अनापत्ति प्रमाण पत्र से जो इस जन्म में काम नहीं हो पाएगा। धारक नगला में मकानों से सरकारी तालाब तक आ रहे पानी का समाधान न होने पर सवाल किया। साथ ही जिपं की ओर से बनवाए जा गेट और कई प्रवेश द्वार का अनापत्ति प्रमाण पत्र न देने से काम शुरू न हो पाने की बात कही। बाद में विभाग के अभियंता ने कहा कि इसे नोट कर लेते हैं, कराएंगे।
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