बाजपुर: गोवंश को खाने में दे रहे इन चीजों का मिश्रण, ताकि न हो लंपी बीमारी से ग्रसित
बाजपुर, अमृत विचार। लंपी बीमारी से गोवंश को बचाने के लिए स्थानीय श्रीराधेकृष्ण गोसेवा सदन (ट्रस्ट) लखनपुर ने प्रयास तेज कर दिए हैं। जिसके चलते गो सेवकों के सहयोग से हल्दी, काली मिर्च, आजवाइन व सरसों के तेल को आटा एवं चोकर में मिश्रित कर गोवंशीय पशुओं को सेवन करवाया जा रहा है। विकासखंड क्षेत्र …
बाजपुर, अमृत विचार। लंपी बीमारी से गोवंश को बचाने के लिए स्थानीय श्रीराधेकृष्ण गोसेवा सदन (ट्रस्ट) लखनपुर ने प्रयास तेज कर दिए हैं। जिसके चलते गो सेवकों के सहयोग से हल्दी, काली मिर्च, आजवाइन व सरसों के तेल को आटा एवं चोकर में मिश्रित कर गोवंशीय पशुओं को सेवन करवाया जा रहा है।
विकासखंड क्षेत्र बाजपुर में शहरी सीमा के नजदीक बेरिया रोड पर ग्राम लखनपुर में गोशाला है, जिसमें जनपद ऊधम सिंह नगर के अलावा अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, रानीखेत के गोवंश की सेवा दशकों से की जा रही है। वर्तमान समय में गोशाला के अंदर 1200 से भी अधिक पशु हैं। इनकी देखरेख के लिए गठित श्रीराधेकृष्ण गोसेवा सदन (ट्रस्ट) से जुड़े समाजसेवी व व्यापारी वर्ग के लोग नि:स्वार्थभाव से सेवा कार्य में जुटे हैं। ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय मित्तल ने बताया कि लंपी बीमारी से गोवंश को बचाने का एक घरेलू उपचार है।
जिसमें आटा व चोकर में हल्दी, काली मिर्च (पिसी हुई), आजवाइन व सरसों का तेल मिक्स कर गोवंश को खिलाया जाता है। कहा कि वर्तमान में तमाम गोसेवक इस सेवा के लिए रोजाना गोशाला पहुंच रहे हैं।
उनके द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही सामग्री को मिश्रित कर छोटे-छोटे गोले बनाकर गोवंश को सेवन करवाया जा रहा है। इस मौके पर सत्य भूषण सिंघला, जगदीश प्रसाद गोयल, संजय मित्तल, वीरेंद्र गोयल, कौशल, किशोर बंसल, निर्देश, बीएस वर्मा, अरुणा राणा अंबाला आदि मौजूद थे।