परमाणु समझौता के अंतिम मसौदे पर ईरान ने भेजा जवाब, अमेरिका का शक बरकरार

दुबई। ईरान ने विश्व शक्तियों के साथ अपने अधर में लटके परमाणु समझौते पर लौटने के लिए अंतिम मसौदे पर बातचीत के वास्ते शुक्रवार सुबह एक लिखित प्रतिक्रिया भेजी। हालांकि, अमेरिका ने तेहरान की प्रतिक्रिया पर संदेह व्यक्त किया है। ईरान के विदेश मंत्री नासिर कनानी ने एक बयान में कहा कि बातचीत पर सहमति …

दुबई। ईरान ने विश्व शक्तियों के साथ अपने अधर में लटके परमाणु समझौते पर लौटने के लिए अंतिम मसौदे पर बातचीत के वास्ते शुक्रवार सुबह एक लिखित प्रतिक्रिया भेजी। हालांकि, अमेरिका ने तेहरान की प्रतिक्रिया पर संदेह व्यक्त किया है। ईरान के विदेश मंत्री नासिर कनानी ने एक बयान में कहा कि बातचीत पर सहमति के मकसद से भेजी गई प्रतिक्रिया एक रचनात्मक दृष्टिकोण पर आधारित है। हालांकि, ईरान ने अंतिम प्रस्ताव में क्या कहा है, इस संबंध में उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी।

ईरान के शीर्ष नेता अली खामेनेई ने पिछले कुछ सप्ताह से इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। मुल्क में शिया धर्म से जुड़े सभी मामलों पर अंतिम निर्णय उन्हीं का होता है। इस बीच, अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने यूरोपीय संघ के जरिये ईरान की प्रतिक्रिया मिलने की पुष्टि की। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 2018 में समझौते से पीछे हटने के बाद से यूरोपीय संघ वाशिंगटन और तेहरान के बीच अप्रत्यक्ष वार्ता में एक मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम उसे पढ़ रहे हैं और यूरोपीय संघ के जरिये ही उस पर प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन दुर्भाग्य से यह रचनात्मक नहीं है।’’ अमेरिका ने भी प्रस्ताव में क्या है, इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। ईरान ने 2015 में अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, रूस और चीन के साथ परमाणु समझौता किया था। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2018 में अमेरिका के समझौते से हटने की घोषणा की थी। इसके बाद ईरान ने एक बार फिर अपने परमाणु कार्यक्रम को विस्तार देना शुरू कर दिया है

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