बांके बिहारी मंदिर में बड़ा हादसा, दम घुटने से दो भक्तों की मौत, कई अस्पताल में भर्ती
मथुरा: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी शुक्रवार को पूरे देश में बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। लेकिन इस अवसर पर मथुरा में एक बड़ा हादसा हो गया। कान्हा के जन्म उत्सव के बाद बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। ठाकुर बांके बिहारी के दर्शनों के लिए उमड़ी भीड़ के कारण मंदिर …
मथुरा: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी शुक्रवार को पूरे देश में बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। लेकिन इस अवसर पर मथुरा में एक बड़ा हादसा हो गया। कान्हा के जन्म उत्सव के बाद बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। ठाकुर बांके बिहारी के दर्शनों के लिए उमड़ी भीड़ के कारण मंदिर में पैर रखने तक की जगह नहीं थी।
जिसके कारण मंदिर परिसर में मौजूद लोगों को सफोकेशन होने लगा। इस कारण दम घुटने से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान और कुछ अन्य लोगों की भी तबीयत खराब हो गई। इन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
खबरों के मुताबिक भीड़ इतनी ज्यादा थी कि दो लोगों की आरती के दौरान दम घुटने की वजह से मौत हो गई। वहीं करीब 50 से ज्यादा लोगों की तबीयत खराब हो गई। पुलिस का कहना है कि भीड़ बढ़ने के कारण यह हादसा हुआ है। दोनों मृतकों की पहचान उर्मिला देवी निवासी नोएडा और वृंदावनवासी रामप्रसाद विश्वकर्मा निवासी जबलपुर के रूप में हुई है।
बता दें कि मंगला आरती सुबह के समय की सबसे पहली आरती होती है। यह तड़के 3 या सुबह 4 बजे के आसपास की जाती है। कल जन्माष्टमी पर दिनभर से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। इस कारण मंगला आरती के समय भी मंदिर परिसर में भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
प्रत्यक्षर्शियों ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर में आरती दर्शन के लिए दो मंजिला गैलरी है। बताया जाता है कि अधिकारियों ने अपने परिवार के लोगों को ऊपर की गैलरी में बिठाया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया ताकि यहां श्रद्धालुओं की भीड न हो। मंगला आरती के दौरान श्रद्धालु मंदिर की नीचे वाली गैलरी में खडे होकर बांके बिहारी के दर्शन कर रहे थे, यहां धीरे धीरे श्रद्धालुओं की संख्या बढने लगी। क्षमता से अधिक श्रद्धालु मंदिर परिसर में एकत्रित हो गए। पुलिस ने यहां भीड को अंदर जाने से नहीं रोका।
भीड़ अधिक होने के कारण भगदड मची और नोएडा निवासी उर्मिला देवी तथा जबलपुर निवासी रामप्रसाद विश्वकर्मा की दम घुटने से मौत हो गई। गौरतलब है कि मंदिर परिसर में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन चिकित्सीय उपकरणों का अभाव साफ देखा गया। लोगों का कहना है कि दोनोंं श्रद्धालुओं को समय पर आक्सीजन एवं प्राथमिक चिकित्सा मिल जाती तो उनकी मौत न होती। श्रद्धालुओं की मौत के बाद जिम्मेदार अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है।
इधर, मुख्य मंत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुए मृतकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की। सीएम के निर्देश पर एडीजी जोन राजीव कृष्ण, आईजी आगरा रेंज नचिकेता झा सुबह ही वृन्दावन पहुंच गए। उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायलों के हाल चाल जाना। उसके पश्चात मंदिर पहुंच कर सेवायतों से घटना की जानकारी ली है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश देते हुए शोक संतप्त परिवारीजन के प्रति संवेदना व्यक्त की है। इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि त्योहारों पर धर्म स्थलों में भीड़ को देखते हुए और कड़े इंतजाम किए जाए ताकि किसी भी अनहोनी को रोका जा सके। सूत्रों का कहना है कि इस घटना को लेकर स्थानीय अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर घटना के तरह-तरह के अलग-अलग एंगल की वीडियो वायरल ह रही हैं।
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