मुरादाबाद : भावाधस ने उठाई सफाई कर्मचारियों को नियमित करने और 15 हजार रुपए वेतन दिलाने की मांग

मुरादाबाद, अमृत विचार। शुक्रवार को सफाई कर्मियों ने भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के बैनर तले कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित 11 सूत्री ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि कोरोना काल में सफाई कर्मचारियों ने अपनी जान पर खेलकर सफाई का कार्य किया। इसके बदले में उन्हें …
मुरादाबाद, अमृत विचार। शुक्रवार को सफाई कर्मियों ने भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के बैनर तले कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित 11 सूत्री ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि कोरोना काल में सफाई कर्मचारियों ने अपनी जान पर खेलकर सफाई का कार्य किया। इसके बदले में उन्हें मात्र कोरोना योद्धा का खिताब देकर टरका दिया गया।
सफाई कर्मी आज भी साढ़े सात हजार रुपए प्रति माह के वेतन पर काम करने को मजबूर हैं। उनका न तो ई एस आई काटा जाता है और नहीं पीएफ। यह तो नहीं कम तनख्वाह में न तो वह अपने परिवार का भरण पोषण कर पा रहा है और ना ही बच्चों की पढ़ाई कर पा रहा है। ज्ञापन में मांग की गई कि सफाई कर्मचारियों की तनख्वाह उत्तराखंड के बराबर यानी 15 हजार रुपए प्रति माह की जाए।
पूरे प्रदेश में नगर निगम नगर पालिका व नगर पंचायतों में सफाई कर्मियों को ठेके पर रखने की प्रथा बंद की जाए। लंबे समय से काम कर रहे सफाई कर्मियों को नियमित किया जाए। सफाई कर्मियों की स्थाई नियुक्ति की जाए। सफाई कर्मियों का आयुष्मान कार्ड उन्हीं के विभाग में बनवाया जाए। निजी स्कूलों में सफाई कर्मियों के बच्चों के प्रवेश के लिए अलग से कोटा निर्धारित किया जाए। ज्ञापन देने वालों में भावादस के सर्वोच्च निदेशक लल्ला बाबू द्रविड, बलवीर भारती, रवि द्रविड, रॉबर्ट चौधरी, आदेश कुमार, सोनू वाल्मीकि, विशाल शरण, दीपू, सुभाष, शंभू, अतुल, मुकेश, दीपक, पप्पू आदि शामिल रहे।
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