लखनऊ: बेटी को वापस पाने के लिए विधान भवन के सामने अधेड़ ने किया आत्मदाह का प्रयास, जानें पूरा मामला

लखनऊ। बेटी को वापस पाने की जद में गुरुवार दोपहर सुशांत गोल्फ सिटी कोतवाली क्षेत्र के नंदिनी एन्क्लेव निवासी जितेंद्र पाठक ने विधानभवन के समक्ष आत्मदाह का प्रयास किया। जितेंद्र ने शरीर व अपनी स्कूटी पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। हालांकि मौके पर मौजूद विधानभवन के सुरक्षा कर्मियों ने दौड़कर गाली बोरा डालकर …
लखनऊ। बेटी को वापस पाने की जद में गुरुवार दोपहर सुशांत गोल्फ सिटी कोतवाली क्षेत्र के नंदिनी एन्क्लेव निवासी जितेंद्र पाठक ने विधानभवन के समक्ष आत्मदाह का प्रयास किया। जितेंद्र ने शरीर व अपनी स्कूटी पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। हालांकि मौके पर मौजूद विधानभवन के सुरक्षा कर्मियों ने दौड़कर गाली बोरा डालकर आग बुझा दी। पर तब तक स्कूटी जलकर खाक हो चुकी थी, वहीं जितेंद्र भी आंशिक रूप से झुलस चुका था। उसे तत्काल सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मामले की जानकारी देते हुए हजरतगंज कोतवाली प्रभारी श्याम बाबू ने बताया कि गुरुवार दोपहर विधान भवन के समीप एक स्कूटी सवार युवक झोला लेकर गुजर रहा था। देखते ही देखते उसने स्कूटी रोकी और झोले से ज्वलनशील पदार्थ से भरी पिपिया निकाली और खुद पर उड़ेलकर आग लगा ली। सुरक्षा जवानों ने तत्परता दिखाते हुए उसे बचा लिया। जितेंद्र ने बताया कि सुशांत गोल्फ सिटी कोतवाली ने उसकी बेटी को दूर कर दिया है और फर्जी केस में फंसा दिया है। जिससे आहत होकर उसने आत्महत्या का प्रयास किया।
बेटी के बयान पर ही दर्ज हुआ था केस : सुशांत गोल्फ सिटी कोतवाली
सुशांत गोल्फ सिटी कोतवाली प्रभारी अनुकृति शर्मा ने बताया कि यह मामला वर्ष 2021 का है। जितेंद्र की बेटी लक्ष्मी ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि वह अपने पिता के साथ नहीं रहना चाहती। वह अपने पिता के साथ असुरक्षित महसूस करती है। इस मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था। पीड़िता की मांग पर उसे नारी निकेतन में भिजवा दिया गया था। पीड़िता अपनी स्वेच्छा से नारी निकेतन में रह रही है।
राष्ट्रपति व पीएम दौरे एक दिन पूर्व सुरक्षा में चूक
ज्ञात हो कि शुक्रवार को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी कार्यक्रम को लेकर राजधानी में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर देश के कई दिग्गजों का आगमन होने वाला है। ऐसे में शहर के सबसे सुरक्षित क्षेत्र विधानभवन के समक्ष दर्जनों पुलिस कर्मियों की तैनाती के बावजूद इस घटना को सुरक्षा में बड़ी चूक की नजर से देखा जा रहा है।
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