रायबरेली: ऊंचाहार कोतवाल के विरुद्ध एसपी ऑफिस में ग्रामीणों का प्रदर्शन, थानेदार को हटाने की मांग

रायबरेली: ऊंचाहार कोतवाल के विरुद्ध एसपी ऑफिस में ग्रामीणों का प्रदर्शन, थानेदार को हटाने की मांग

अमृत विचार/रायबरेली। मारपीट के मामले में कोतवाल द्वारा सजातीय आरोपितों पर कार्रवाई न करने से अक्रोशित ग्रामीणों ने एसपी ऑफिस में प्रदर्शन किया है और कोतवाल को तत्काल हटाए जाने की मांग की है। मामला ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के गांव अप्टा का है। गांव में दो दिन पहले हुई गंभीर मारपीट के मामले में ऊंचाहार …

अमृत विचार/रायबरेली। मारपीट के मामले में कोतवाल द्वारा सजातीय आरोपितों पर कार्रवाई न करने से अक्रोशित ग्रामीणों ने एसपी ऑफिस में प्रदर्शन किया है और कोतवाल को तत्काल हटाए जाने की मांग की है। मामला ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के गांव अप्टा का है। गांव में दो दिन पहले हुई गंभीर मारपीट के मामले में ऊंचाहार कोतवाल पर ग्रामीणों ने पक्षपात का आरोप लगाया है।

मंगलवार को एसपी ऑफिस पहुंचे ग्रामीणों का आरोप है कि कोतवाल अपने सजातीय आरोपितों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। तीन दिन पूर्व गांव में हुई मारपीट में गांव के अशोक कुमार, राजकुमारी, सुरेंद्र कुमार, मंजू देवी घायल हुई थी। जबकि दूसरे पक्ष से रमन सिंह , राजेंद्र सिंह और शनि घायल हुए थे। मामले में पुलिस ने दोनो पक्षों की ओर से एक दूसरे के विरुद्ध मारपीट का मामला दर्ज किया था।

प्रथम पक्ष अनुसूचित जाति से है, इसलिए दूसरे पक्ष पर अनुसूचित जाति उत्पीड़न का मामला भी दर्ज हुआ था। ग्रामीणों का उग्र रूप देख उनके पास पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव से नोक झोंक हुई है। एएसपी ने ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन दिया है। किंतु ग्रामीण उनके आश्वासन से संतुष्ट नहीं हुए हैं।

यह है आरोप

ग्रामीणों का आरोप है कि वह अनुसूचित जाति से है। आरोपित कोतवाल के सजातीय है। जिन्हे कोतवाल का समर्थन प्राप्त है। इसलिए आरोपित गांव में आतंक मचा रखे हैं। दलितों को रोज धमकाया व प्रताड़ित किया जा रहा है। कोतवाल आरोपितों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है। इसलिए वह एसपी ऑफिस में अधिकारियों के पास आए है। प्रदर्शनकारियों अपने हाथ में तख्ती लिए हुए थे।

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