दुग्ध उत्पादन में हाईजीन के लिये चलाना होगा अभियान: प्रो. डीसी राय

दुग्ध उत्पादन में हाईजीन के लिये चलाना होगा अभियान: प्रो. डीसी राय

अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग में भारत में डेयरी उद्योग की संभावना एवं अवसर विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के डेयरी साइंस फूड टेक्नालाजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. डीसी राय ने कहा दूध उत्पादन में हाईजीन का ध्यान रखने के लिए देशभर …

अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग में भारत में डेयरी उद्योग की संभावना एवं अवसर विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के डेयरी साइंस फूड टेक्नालाजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. डीसी राय ने कहा दूध उत्पादन में हाईजीन का ध्यान रखने के लिए देशभर में व्यापक स्तर पर अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है, लेकिन समस्या हाईजीन की है। दुग्ध उत्पादक हाईजीन के महत्व से अनभिज्ञ हैं। दुग्ध उत्पादन में वातावरण और साफ-सफाई का बहुत महत्व है, लेकिन न तो उत्पादन और न ही ग्राहक हाईजीन का ध्यान रखते हैं। हाईजीन के अभाव से भारत में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन होने के बावजूद क्वालिटी अच्छी नहीं है।

इसलिए खुले की अपेक्षा निश्चित प्रक्रिया से डेयरी में निर्मित दूध का उपयोग करना कहीं अधिक बेहतर है। कहा कि भारत में बड़ी संख्या में किसान डेयरी से पूरी तरह अलग हो चुके हैं, जबकि किसान सर्वाधिक जोखिम उठाता है। किसान का सबकुछ खुले में रहता है। ओले गिरने, अधिक बारिश होने या वर्षा न होने पर किसान को नुकसान झेलना पड़ता है। ऐसे में यदि किसान खेती के साथ डेयरी व्यवसाय से जुड़ें तो आय भी बढ़ा सकते हैं।

विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक शुक्ल ने अतिथि का स्वागत किया। संचालन प्रो. शैलेंद्र वर्मा द्वारा किया गया। आभार ज्ञापन डॉ. अनुराग तिवारी ने किया। इस अवसर पर प्रो. हिमांशु शेखर सिंह, डॉ. राना रोहित सिंह, डॉ. महेंद्र पाल, कपिलदेव चैरसिया, प्रवीण राय, डॉ. निमिष मिश्रा, डॉ. रामजीत सिंह यादव, अनीता मिश्रा, डॉ. विवेक उपाध्याय, डॉ. रविंद्र भारद्वाज, आशीष पटेल, डॉ. राकेश कुमार, योगेश दीक्षित सहित अन्य उपस्थित रहे।

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