मुरादाबाद : लैब का पता नहीं केन्द्र किए आवंटित

मुरादाबाद : लैब का पता नहीं केन्द्र किए आवंटित

जूही दास,अमृत विचार। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की प्रायोगिक परीक्षाओं को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। निदेशालय द्वारा 113 केंद्रों का चयन किया गया है। ऐसे में कितने स्कूलों में प्रयोगशाला है, कितनों में नहीं, इस संबंध में विभाग को भी जानकारी नहीं है। ऐसे में मामला उजागर होने के बाद डीआईओएस सभी चयनित स्कूलों …

जूही दास,अमृत विचार। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की प्रायोगिक परीक्षाओं को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। निदेशालय द्वारा 113 केंद्रों का चयन किया गया है। ऐसे में कितने स्कूलों में प्रयोगशाला है, कितनों में नहीं, इस संबंध में विभाग को भी जानकारी नहीं है। ऐसे में मामला उजागर होने के बाद डीआईओएस सभी चयनित स्कूलों के प्रधानाचार्यों की गुरुवार को बैठक लेंगे। इसमें प्रयोगशाला के संबंध में जानकारी मांगी जाएगी। इसके बाद लैब नहीं होने के स्थिति में केंद्रों को बदला जाएगा।

जिले में प्रायोगिक परीक्षाएं 28 अप्रैल से होंगी। यह परीक्षाएं चार मई तक पूरी करा ली जाएंगी। जिले में हाईस्कूल के 42530 और इंटरमीडिएट के 37553 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। अब तक प्रैक्टिकल अपने-अपने विद्यालयों में ही होते रहे हैं, लेकिन इस बार निदेशालय द्वारा प्रायोगिक परीक्षाओं में बदलाव करते हुए लिखित परीक्षा केंद्रों में ही प्रायोगिक परीक्षाएं कराने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में 113 केंद्रों का चयन किया गया है। इसमें मिलन विहार स्थित आकांक्षा इंटर कॉलेज, तहसील रोड स्थित एसई फलाह दरान इंटर कॉलेज, पीतल नगरी स्थित जेएस इंटर कॉलेज, कांठ रोड स्थित आदर्श बिहारी इंटर कॉलेज समेत कई स्कूल ऐसे है, जहां भौतिक व रसायन और भूगोल की प्रयोगशाला ही नहीं है।

प्रायोगिक परीक्षा में इस बार यह बदलाव
प्रायोगिक परीक्षा में स्टेटिक मजिस्ट्रेट और पर्यवेक्षक तैनात किए जाएंगे। जिला स्तर और राज्य स्तर पर मॉनीटरिंग होगी। सभी प्रयोगशालाओं में वायस रिकॉर्डिंग वाले सीसीटीवी लगाए जाएंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक को जिलाधिकारी के साथ समन्वय रखना होगा। पहली बार बोर्ड प्रैक्टिकल की निगरानी का जिम्मा मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक को सौंपा गया है।

समय से उपस्थित रहें, नहीं तो होगी कार्रवाई
जिविनि अरुण दुबे ने प्रयोगात्मक परीक्षा को लेकर निर्देश जारी किए हैं। बताया कि ड्यूटी में लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए जिन शिक्षकों की ड्यूटी परीक्षक के रूप में लगाई गई है। वह गुरुवार से निर्धारित परीक्षा केंद्र पर प्रातः 10 बजे अनिवार्य से उपस्थित हो। अन्यथा वह जनहित में ड्यूटी से अनुपस्थित माने जाएंगे। साथ ही उनके विरुद्ध कार्यवाई की जाएगी।

इन विषयों की होंगी परीक्षाएं
इंटर विज्ञान विषयों जैसे भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान आदि के प्रैक्टिकल विशेष होते हैं, क्योंकि इसके लिए लैब में खासतौर से तैयारियां करनी पड़ती हैं। जिन विद्यालयों में छात्र संख्या अधिक है, वहां दो पालियों में तीन से चार दिन परीक्षाएं चलती हैं।

निदेशालय द्वारा प्रायोगिक परीक्षा के लिए 113 सेंटर बनाए गए है। प्रयोगशाला को लेकर मामला संज्ञान में आया है। सभी चयनित केंद्रों के प्रधानाचार्यों का गुरुवार को बैठक कर प्रयोगशाला के संबंध में जानकारी मांगी जाएगी। -डॉ. अरुण कुमार दुबे, जिला विद्यालय निरीक्षक

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