हरदोई: सुखेता नदी में पड़े मिले किसान के शव के मामले में आया नया मोड़, हुआ यह नया खुलासा

हरदोई। सुखेता नदी से किसान का शव बरामद होने के दूसरे दिन उसके ससुर ने अपने दामाद की बंटवारे को लेकर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए मामले में नया मोड़ ला दिया है। हत्या के पीछे बंटवारे की वजह सामने आने पर किसान के उसके अपनों पर उंगली उठने लगी है। हालांकि पुलिस …
हरदोई। सुखेता नदी से किसान का शव बरामद होने के दूसरे दिन उसके ससुर ने अपने दामाद की बंटवारे को लेकर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए मामले में नया मोड़ ला दिया है। हत्या के पीछे बंटवारे की वजह सामने आने पर किसान के उसके अपनों पर उंगली उठने लगी है। हालांकि पुलिस ने हर तरीके से छान-बीन शुरू कर दी है।
बताते है कि बेनीगंज कोतवाली के खेरवा कमालपुर निवासी 35 वर्षीय धर्मराज पुत्र मथुरा प्रसाद का शव शुक्रवार को गांव के किनारे से निकली सुखेता नदी से बरामद किया गया था। इस बारे में पहले तो किसी तरह की जानकारी छिपाई गई। लेकिन शनिवार को दूसरे दिन धर्मराज के ससुर सुरेश निवासी सेमरी पुरवा मजरा कुतुवापुर कोतवाली बिलग्राम का कहना है कि उसके दामाद धर्मराज का उसके भाइयों के बीच बंटवारे को लेकर झगड़ा चल रहा था। सुरेश का कहना है कि उसी बंटवारे के उसके दामाद की हत्या की गई।
हालांकि फिलहाल उसने अभी तक किसी का नाम नहीं लिया है। सुरेश ने जो बातें सामने रखी है, उन बातों में काफी दम लग रहा है। एक तो यह कि धर्मराज के दोनों हाथ और दोनों पैर किसी कपड़े से बंधे हुए थे। इतना ही नहीं यह भी बताया गया है कि जहां से शव बरामद किया गया था, वहां पर इतना पानी नहीं था, जिसमें कोई डूब सकता था। वहीं धर्मराज के भाई रावेन्द्र ने उसके ससुर सुरेश की बातों को मनगढ़ंत करार दिया।
उसका कहना है कि धर्मराज की मौत महज़ एक हादसा है। फिलहाल कुछ भी हो, सुरेश के आरोपों ने धर्मराज की मौत में एक नया मोड़ जरूर ला दिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपों के चलते मामले की हर पहलू से जांच-पड़ताल की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ भी बताया जा सकता है।
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