अयोध्या: 32 प्रत्याशियों की जमानत जब्त, मिल्कीपुर में जमकर दबा नोटा

अयोध्या। अयोध्या जनपद की पांचों सीटों का परिणाम आ चुका है। तीन पर भाजपा तो दो सीटों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों ने कब्जा जमाया है। पांच विधानसभाओं में कुल 46 प्रत्याशियों ने ताल ठोकी थी, जिसमें से 32 की जमानत जब्त हो गई। जमानत न बचा पाने वालों में कांग्रेस, बसपा व आम आदमी …
अयोध्या। अयोध्या जनपद की पांचों सीटों का परिणाम आ चुका है। तीन पर भाजपा तो दो सीटों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों ने कब्जा जमाया है। पांच विधानसभाओं में कुल 46 प्रत्याशियों ने ताल ठोकी थी, जिसमें से 32 की जमानत जब्त हो गई। जमानत न बचा पाने वालों में कांग्रेस, बसपा व आम आदमी पार्टी समेत कई प्रमुख दलों के प्रत्याशी हैं। सबसे अहम बात यह है कि मिल्कीपुर विधानसभा में प्रत्याशियों को न पसंद करने वालों की संख्या अधिक रही। यहां 1960 मतदाताओं ने ईवीएम पर नोटा का बटन दबाया था।
9 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई
पांचवें चरण में 27 फरवरी को चुनाव होने के बाद पांच विधानसभाओं के 46 प्रत्याशियों की किस्मत तकरीबन 12 लाख मतदाताओं ने ईवीएम में कैद कर दी थी। 10 मार्च को परिणाम आया तो अयोध्या में भाजपा प्रत्याशी वेद प्रकाश गुप्त, बीकापुर में भाजपा प्रत्याशी डॉ.अमित सिंह चौहान, रुदौली में भाजपा प्रत्याशी रामचंद्र यादव, मिल्कीपुर में सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद व गोसाईगंज में अभय सिंह विजयी घोषित हुए। सबसे अधिक 11 प्रत्याशी बीकापुर विधानसभा में खड़े थे। रनर अप रहे समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हाजी फिरोज खां गब्बर को छोड़कर बाकी सभी 9 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
बड़े नामों में कांग्रेस के अखिलेश यादव (4394 वोट) व बसपा के सुनील पाठक (21299 वोट) पाकर जमानत भी न बचा सके। बाकी के सात प्रत्याशियों को 1600 के अंदर ही वोट पाकर संतुष्टि करनी पड़ी। अयोध्या विधानसभा में रनरअप रहे तेज नारायण पांडे पवन को छोड़कर आठ प्रत्याशियों को अपनी जमानत गंवानी पड़ी, जिसमें कांग्रेस की रीता मोर्या को (2011 वोट), बसपा के रवि प्रकाश को (17706 वोट), कम्युनिस्ट पार्टी के सूर्यकांत पांडे को (995 वोट) व आप प्रत्याशी शुभम श्रीवास्तव (490 वोट) ही प्राप्त कर सकें और इन सबको अपनी जमानत गंवानी पड़ी।
मिल्कीपुर में रनरअप रहे भाजपा प्रत्याशी बाबा गोरखनाथ को छोड़कर 5 प्रत्याशियों को अपनी जमानत राशि गंवानी पड़ी। बड़े नामों में कांग्रेस प्रत्याशी बृजेश कुमार (3166 वोट) व बसपा से मीरा देवी (14427 वोट) प्राप्त करने के बाद जमानत राशि गंवा बैठीं।
गोसाईगंज में भी दो ही दलों के बीच मुकाबला
यहां आप प्रत्याशी हर्षवर्धन को 889 वोट ही मिले थे। रुदौली की बात करें तो यहां दो सपा के अलावा बसपा प्रत्याशी ने भी अपनी जमानत बचा ली। सपा प्रत्याशी आनंद सेन को 53,415 व बसपा प्रत्याशी अब्बास अली जैदी रुश्दी मियां 52181 मत पाए थे। इनके अलावा बाकी के सभी सात प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। गोसाईगंज में भी दो ही दलों के बीच मुकाबला था। भाजपा प्रत्याशी रनरअप रहीं आरती तिवारी को 92,784 मत मिले थे। बसपा प्रत्याशी रामसागर 37271 मत पाकर भी अपनी जमानत नहीं बचा सके। गोसाईगंज में छह प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई है।
क्या है जमानत जब्त होने की प्रक्रिया
जब भी कोई प्रत्याशी किसी चुनाव क्षेत्र में पड़े कुल वैध वोटों का छठा हिस्सा हासिल नहीं कर पाता तो उसकी जमानत जब्त कर ली जाती है। उदाहरण के तौर पर अगर किसी हलके में एक लाख लोगों ने वोट दिया है तो जिस उम्मीदवार को 16,667 से कम वोट मिलेंगे, उसकी जमानत जब्त कर ली जाती है। विधानसभा चुनाव के लिए ये राशि 10 हजार रुपये होती है। एससी और एसटी वर्ग के उम्मीदारों के लिए पांच हजार रुपए बतौर जमानत जमा करवाने पड़ते हैं।
अयोध्या विधानसभा में सबसे कम मतदाताओं ने दबाया नोटा
पांच विधानसभाओं में सबसे अधिक नोटा का बटन मिल्कीपुर में दबाया गया। यहां 1959 लोगों ने ईवीएम में व एक ने पोस्टल में नोटा को चुना था। उसके बाद रुदौली में 1957 लोगों ने ईवीएम में व एक ने पोस्टल में नोटा को चुना था। गोसाईगंज में 1747 लोगों ने नोटा की बटन दबाई। बीकापुर में 1379 लोगों ने ईवीएम में व 3 ने पोस्टल पर नोटा को चुना था। अयोध्या में 1238 ने ईवीएम व दो ने पोस्टल में नोटा को चुना।
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