बरेली: यूक्रेन में जहां हो रहे धमाके…वहीं फंसा है मेरा बेटा, अब टूट गया संपर्क, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
बरेली, अमृत विचार। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे भारतीय छात्रों की जिंदगी इन दिनों बंकर में बीत रही है। जान बचाने के लिए कोई हॉस्टल का सहारा ले रहा है तो कोई बमरोधी बंकरों में छिपा हुआ है। उधर, परिजन लगातार बच्चों की सलामती की दुआएं कर रहे है। उनसे फोन …
बरेली, अमृत विचार। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे भारतीय छात्रों की जिंदगी इन दिनों बंकर में बीत रही है। जान बचाने के लिए कोई हॉस्टल का सहारा ले रहा है तो कोई बमरोधी बंकरों में छिपा हुआ है। उधर, परिजन लगातार बच्चों की सलामती की दुआएं कर रहे है। उनसे फोन पर लगातार बातचीत हो रही है। बस मां मैं ठीक हूं… इसी शब्द को सुनने के लिए बार-बार फोन कर रहे है। मगर अचानक से बच्चों से संपर्क टूट जाए तो दिल की धड़कने और मन का घबाहट तेज होना लाजिमी है। यही हाल है बरेली के फरीदपुर के रहने वाले एक मां-बाप का। उनका भी काल रात से बेटे से संपर्क टूट गया है। फोन तो ऑन है, मगर बेटा कोई जबाव नहीं दे रहा।
15 दिन पहले ही तो गया था मेरा बेटा
दरअसल, फरीदपुर के गौस गंज सराय गांव के रहने वाले जमा खान का बेटा अहमद हुसैन बीते 11 फरवरी को यूक्रेन के कीव में पढ़ाई करने के लिए गया है। परिजनों के मुताबिक वह इन दिनों इरपिन सिटी में रहकर डोमेस्टिक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहा है। मगर जब यूक्रेन पर रूस ने हमला किया तो वहां से सभी भाग खड़े हुए। अहमद के परिजनों ने बताया कि कल रात 11 बजे उससे बात हुई थी तो बेटे ने कहा कि वह ठीक है और वह पोलेंड के बार्डर पर जा रहा है। वहीं से वह अपने घर के लिए रवाना होगा।
फोन तो खुला है मगर रिप्लाई नहीं आ रहा
परिजनों के मुताबिक जब उन्होंने सुबह पांच बजे बेटे से बात करने की कोशिश की तो उसका कोई जबाव नहीं मिला। फोन खुला हुआ है, मैसेज डेलीवर हो रहा है। मगर बेटा कोई जबाव नहीं दे रहा। अब मां-बाप बेटे की सलामती की दुआ करने में लगे हुए है। तो वहीं, अन्य परिजन अब सरकार की मदद मांगने के लिए पुलिस से भी मिले है। मगर सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।
बेटे के साथ है 5-6 लड़के, जिसमे तीन पाकिस्तानी
अहमद के चचेरे भाई रफत ने बताया कि भाई साथ में करीब 5-6 लड़के है। जिसमें करीब तीन लड़के पाकिस्तान के है और एक दो किसी दूसरी जगह के है। सभी लोग सिर्फ अपने वतन की वापसी के लिए दौड़ लगा रहे है। रफत ने बताया कि जब से संपर्क टूटा है तब से रफत की कोई खैर-खबर नहीं मिल सकी है। उधर, पिता की हालत ऐसी है कि वो सही से बात तक नहीं कर पा रहे है।
ये भी पढ़े-
यूक्रेन में कीव एयरपोर्ट के पास रूस ने किया जोरदार धमाका, जंग तेज