बरेली: रामगंगा नगर में गांवों का रास्ता बंद करने पर दी चेतावनी

बरेली,अमृत विचार। डोहरा रोड स्थित रामगंगा नगर में भूमि अधिग्रहण के बाद बीडीए ने कई गांवों का वर्षों से आवागमन का रास्ता बंद कर दिया। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों को पत्र भेजा है। कहा कि बीडीए अगर गांव से निकलने का 50 फीट का रास्ता नहीं देता है तो वह उग्र प्रदर्शन के …
बरेली,अमृत विचार। डोहरा रोड स्थित रामगंगा नगर में भूमि अधिग्रहण के बाद बीडीए ने कई गांवों का वर्षों से आवागमन का रास्ता बंद कर दिया। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों को पत्र भेजा है। कहा कि बीडीए अगर गांव से निकलने का 50 फीट का रास्ता नहीं देता है तो वह उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
इस पर बीडीए ने कहा कि गांव के रास्ते को बीडीए की परियोजना के रास्ते से जोड़ा जाना शामिल है। इसको लेकर गांव वालों को कार्यालय बुलाकर बताया जाएगा। अपर मुख्य सचिव को भेजे पत्र में ग्रामीणों ने कहा कि मोहनपुर, इटौवा बेनीराम, लालपुर गौटिया आदि गांवों की सैकड़ों बीघा जमीन बीडीए ने रामगंगा नगर योजना में अधिग्रहित की है।
इन गांवों के ग्रामीण अभी तक 50 फीट रास्ते से आवागमन करते थे। ट्रैक्टर और कृषि यंत्र भी इसी मार्ग से आसानी से ले आते थे लेकिन जमीन के अधिग्रहण के बाद बीडीए ने आवागमन का रास्ता ही बंद कर दिया। इससे कृषि यंत्र और ट्रैक्टर के आने-जाने में दिक्कत होना स्वाभाविक है।
इस संबंध में भाजपा नेता सुधीर मौर्य से ग्रामीणों ने मुलाकात कर अपनी समस्या बताई। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि बीडीए ने चक मार्ग, चारागाह और तालाबों का भी अधिग्रहण कर लिया और ग्रामीणों के आने जाने वाले मार्ग को उखाड़कर दीवार खड़ी की जा रही है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि रामनगर उर्फ मोहनपुर से डोहरिया मार्ग को पूर्ववत रखा जाए। इस मार्ग को और चौड़ा किया जाए और पंचायत के चक मार्गों को बीडीए व्यावासायीकरण कर चुका है। उसके बदले ग्रामीणों को सीवर, जल निकासी आदि की सुविधा दी जाए।
निर्माणाधीन मुख्य मार्ग से लगे गांव के मुख्य मार्ग से कोई छेड़छाड़ न की जाए। पत्र में कई ग्रामीणों ने हस्ताक्षर कर मंडलायुक्त, डीएम को भी पत्र की प्रति भेजी है।
चक मार्ग को छेड़ा नहीं गया है। हम ग्रामीणों को मार्ग पर खड़ंजा डालकर दे रहे हैं। पहले यहां कच्चा मार्ग था। गांव में 6 मीटर चौड़ी रोड में खड़ंजा लगाकर दिया है। इस मार्ग को बीडीए की 30 मीटर रोड से जोड़ा जा रहा है। इससे ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी नहीं होगी। दो ट्रैक्टर कृषि यंत्र आसानी से आ-जा सकते है। ग्रामीणों को कोई दिक्कत है तो बीडीए से टीम भेजकर उन्हें समझाया जाएगा। ग्रामीणों को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।
—योगेन्द्र कुमार, सचिव, बीडीए
यह भी पढ़ें-