बरेली: टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस में बगावत

बरेली: टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस में बगावत

बरेली, अमृत विचार। कांग्रेस में लंबे समय से काम करने के बाद संगठन को मजबूत करने वाले नेताओं को जब हाईकमान ने टिकट नहीं दिया तो उन्होंने बगावत करनी शुरू कर दी। कई नेताओं ने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस को अलविदा कह दिया। ऐसे में वह कांग्रेस के घोषित प्रत्याशियों के लिए मुसीबत बन सकते …

बरेली, अमृत विचार। कांग्रेस में लंबे समय से काम करने के बाद संगठन को मजबूत करने वाले नेताओं को जब हाईकमान ने टिकट नहीं दिया तो उन्होंने बगावत करनी शुरू कर दी। कई नेताओं ने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस को अलविदा कह दिया। ऐसे में वह कांग्रेस के घोषित प्रत्याशियों के लिए मुसीबत बन सकते हैं।

पार्टी के वरिष्ठ नेता उन्हें मनाने में लगे हैं। कुछ कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर भी जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारी समेत हाईकमान के नेताओं पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगाया है।
जिले में 9 विधानसभा सीटों पर बसपा, सपा और भाजपा के बाद सबसे आखिर में कांग्रेस ने अपने सभी प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है।

जिसके बाद से ही पार्टी में विरोध तेज हो गया है। भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामने वालीं अल्का सिंह को बिथरी से उम्मीदवार बनाया गया है। सपा में शामिल हो चुके हाजी इस्लाम बब्बू को कैंट विधानसभा से प्रत्याशी बनाया गया है। सपा के पूर्व विधायक रहे सियाराम सागर के बेटे विशाल सागर को फरीदपुर विधानसभा का प्रत्याशी बनाया गया है।

जिसके बाद से ही संगठन के लोग विरोध में उतर आए हैं। कांग्रेस से टिकट के लिए आवेदन करने वाले चंद्रसेन सागर के बेटे अमीश सागर को जब टिकट नहीं मिला तो उन्होंने बुधवार रात कांग्रेस पार्टी को ही अलविदा कह दिया। कांग्रेस विचार विभाग के अध्यक्ष रामानंद कोहली ने भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं मिलने की बात कह अपने पद और कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

कांग्रेस के दीपक सिंह ने कहा कि पिछले कई सालों से वह कांग्रेस की सेवा कर रहे हैं। 2017 में कांग्रेस पार्टी से विधानसभा में फरीपुर से आवेदन किया था लेकिन कांग्रेस पार्टी ने सपा से गठबंधन किया। जोकि फरीदपुर विधानसभा की सीट गठबंधन में सपा से प्रत्याशी घोषित हुआ। उसे कांग्रेस के साथियों ने स्वीकार किया।

इस बार उन्होंने दोबारा फरीदपुर विधानसभा से आवेदन किया और वाल्मीकि समाज का सम्मेलन किया लेकिन उसके बाद भी उन्होंने जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव पर सभी नौ विधानसभाओं में खरीद-फरोख्त कर टिकट देने का आरोप लगाया है।

सभी प्रत्याशी हाईकमान की तरफ से घोषित किए गए हैं जिन्हे कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता पूरी मेहनत और लगन से चुनाव लड़ाएंगे। पार्टी छोड़कर एक नेता के इशारे पर कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं जो कि पूरी तरह से गलत है।
—मिर्जा अशफाक सकलैनी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष

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