बरेली: जर्जर व नए इलाकों में जल्द दूर होगी ब्रांच सीवर लाइन की दिक्कत

बरेली, अमृत विचार। अमृत योजना के तहत शहर में करीब 11 किलोमीटर लंबी ट्रंक सीवर लाइन बिछाई जा चुकी हैं। अब इसी योजना के तहत करीब 212 करोड़ रुपये की लागत से ब्रांच सीवर लाइन बिछाई जाएंगी। इस बजट से उन इलाकों में सीवर लाइन बिछाई जाएंगी जहां अब तक सीवर लाइन नहीं थीं। इसके …
बरेली, अमृत विचार। अमृत योजना के तहत शहर में करीब 11 किलोमीटर लंबी ट्रंक सीवर लाइन बिछाई जा चुकी हैं। अब इसी योजना के तहत करीब 212 करोड़ रुपये की लागत से ब्रांच सीवर लाइन बिछाई जाएंगी। इस बजट से उन इलाकों में सीवर लाइन बिछाई जाएंगी जहां अब तक सीवर लाइन नहीं थीं। इसके अलावा पुराने शहर की ब्लॉक एवं खस्ताहाल पड़ीं सीवर लाइनों को भी दुरुस्त कराया जाएगा। जल निगम ने टेंडर करके विकास भवन के पास राधेश्याम कॉलोनी में नई सीवर लाइन बिछाने का काम भी प्रारंभ करा दिया है। रविवार को यहां जेसीबी से खुदाई की गई।
अगस्त-सितंबर में ही ट्रंक सीवर लाइन के काम पूरे हुए हैं। अब अमृत योजना के दूसरे चरण में ब्रांच सीवर लाइनों को बिछाने का काम शुरू किया गया है। शहर के बड़े हिस्से में अब भी ब्रांच सीवर लाइन न होने से ट्रंक सीवर लाइन से कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा शहर के बड़े हिस्से में वर्षों पुरानी सीवर लाइन के चोक या जर्जर होने से वे निष्प्रयोज्य हो चुकी हैं। इससे शहर की बड़ी आबादी को सीवर का टैक्स जमा करने के बावजूद कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है।
ऐसे इलाकों में नई ब्रांच सीवर लाइन बिछाने के लिए सरकार ने 212 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की है। इस रकम से जल निगम ने एक फर्म को कांट्रेक्ट देकर ब्रांच सीवर लाइन बिछाने का काम भी शुरू कर दिया है। जल निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस धनराशि से करीब 50 किलोमीटर लंबी नई सीवर लाइन को बिछाने का काम प्रारंभ किया जाना है। विकास भवन के पास राधेश्याम कॉलोनी में ब्रांच सीवर लाइन को बिछाने का काम भी प्रारंभ कर दिया गया है। इसके बाद शहर के ऐसे ही दूसरे हिस्सों में सीवर लाइनों के बिछाने का काम होगा।
54.85 करोड़ से बिछाई जा चुकी है 11 किमी ट्रंक सीवर लाइन
जल निगम ने अमृत योजना के तहत दो साल पहले 11 किलोमीटर ट्रंक सीवर लाइन बिछाने का काम प्रारंभ किया था। 54.85 करोड़ रुपये खर्च करके यह ट्रंक सीवर लाइन ईसाईयों की पुलिया से शहामतगंज, कालीबाड़ी, पटेल चौक, चौपुला चौराहा, किला, अलखनाथ मंदिर रोड सहित कई जगहों पर बिछाई गई थी। इसके बाद से ट्रंक सीवर यानी मुख्य लाइन से शहर का अधिकांश हिस्सा संतृप्त हो चुका है।
174 किमी होगा नया काम, 50 किमी बिछेगी नई लाइन
अमृत योजना के तहत दूसरे चरण में वैसे तो 174 किलोमीटर सीवर लाइन का काम होगा लेकिन इसमें नई सीवर लाइन केवल 50 किलोमीटर ही बिछाई जाएगी। बाकी के काम पुरानी सीवर लाइन को ठीक करने और जर्जर या बंद हो चुकीं लाइनों को बदलने के लिए होगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से शहर में सीवर को लेकर आने वाली दिक्कतों का काफी हद तक समाधान हो जाएगा।
पुराने इलाकों में सीवर को ठीक करना चुनौती
शहर के जगतपुर, कालीबाड़ी, बांस मंडी, आलमगिरीगंज, गुलाबबाड़ी सहित कई इलाकों में वर्षों पुरानी सीवर लाइन या तो बंद हो चुकी है या वे जमींदोज होने की वजह से अब उनका कोई अता-पता नहीं है। इन इलाकों में काफी संकरे रास्ते हैं। इनमें सीवर लाइन की खुदाई और उन्हें बदलने का काम करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।
नए इलाकों में ब्रांच सीवर लाइन बिछाने का काम प्रारंभ हो गया है। इसे दिसंबर 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसकी नियमित मॉनीटरिंग की जा रही है। -संजय कुमार, अधिशासी अभियंता, जल निगम