आधार और डीबीटी के उपयोग से हुयी 1.78 लाख करोड़ के राजस्व की बचत: चंद्रशेखर

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान को भ्रष्टाचार पर नकेल कसने का अचूक हथियार बताते हुये केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि आधार और डीबीटी के उपयोग के चलते सरकारी खजाने में अनुमानित रुप से 1.78 लाख करोड़ रुपए की बचत हुई है। गोंडा, वाराणसी, सहारनपुर और …
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान को भ्रष्टाचार पर नकेल कसने का अचूक हथियार बताते हुये केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि आधार और डीबीटी के उपयोग के चलते सरकारी खजाने में अनुमानित रुप से 1.78 लाख करोड़ रुपए की बचत हुई है।
गोंडा, वाराणसी, सहारनपुर और मुरादाबाद में वर्चुअल तरीके से आधार सेवा केंद्रों का चंद्रशेखर ने उद्घाटन किया। इस दौरान कहा कि 80 के दशक में पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी कहते थे कि 100 पैसे के लाभ में से केवल 15 पैसे ही वास्तविक लाभार्थी तक पहुंचते हैं। डिजिटल इंडिया को धन्यवाद, जिससे लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिए 100 फीसदी सभी लाभ पहुंच रहे हैं।
उन्होंने इस परिवर्तन की सफलता का श्रेय, आधार के उपयोग की ओर से प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग संबंधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को दिया। जिसने सिस्टम से सभी लीकेज को समाप्त कर दिया, बिचौलियों को हटाकर भ्रष्टाचार को रोका। उन्होंने कहा कि आधार और डीबीटी के उपयोग के कारण सरकारी खजाने में पिछले साल मार्च तक अनुमानित रूप से 1.78 लाख करोड़ रुपए की बचत हुई है, जो मुख्य रूप से जाली और नकली लाभार्थियों की छंटाई के परिणामस्वरूप है।
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केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि केवल उत्तर प्रदेश में करीब 2,74,934 करोड़ रुपए (संचयी) के लाभ सीधे लाभार्थियों के खातों में स्थानांतरित किए गए हैं। आधार ने जन धन योजना और मोबाइल के साथ मिलकर वित्तीय समावेशन में तेजी लाने के लिए एक मजबूत मंच तैयार किया है। आधार समर्थित भुगतान सेवाएं, फिंगरप्रिंट प्रमाणीकरण के उपयोग की ओर से सुगम बैंकिंग सेवाएं प्रदान कर रही है।