रामपुर: देवोत्थान एकादशी- देव जागने के साथ सहालग की हुई शुरुआत

रामपुर, अमृत विचार। देवोत्थान एकादशी के दिन बहुत से लोगों ने व्रत रखा। शाम को घर में मूली, सिंघाड़ा बनाकर गन्ने से पूजा अर्चना करने के बाद व्रत खोला गया। इस दिन से ही शादियों का सहालग शुरु हो गया। ऐसी मान्यता है कि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवोत्थान एकादशी कहा …
रामपुर, अमृत विचार। देवोत्थान एकादशी के दिन बहुत से लोगों ने व्रत रखा। शाम को घर में मूली, सिंघाड़ा बनाकर गन्ने से पूजा अर्चना करने के बाद व्रत खोला गया। इस दिन से ही शादियों का सहालग शुरु हो गया। ऐसी मान्यता है कि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवोत्थान एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु क्षीर सागर से शयन के बाद जागते हैं। इस दिन से मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है। इस दिन विधि विधानपूर्वक पूजा अर्चना करने से पुण्य लाभ मिलता है। घरों में गन्ने का मंडप बनाएं जाते हैं। इसमें मूली, शकरकंद, सिंघाड़े से पूजा की जाती है।
बहुत से लोग इस दिन व्रत रखकर शाम को पूजा अर्चना करते हैं। इस दिन से ही शादियां शुरू हो जाती हैं। शहर भर में कई जगह शहनाई बज उठी। वहीं दूसरी ओर शक्ति दरबार के पुजारी पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा ने विशेष पूजन यज्ञ अनुष्ठान किया। सिंगार किया गया इसके साथ ही तुलसी विवाह महोत्सव पर्व मनाया गया।
इस दौरान अनेक भक्त जन कल्याण के लिए प्रार्थना करते हुए यज्ञ में आहुतियां देकर प्रार्थना की। मंदिर में सौरभ पाण्डेय, सुधा पांडे, गोमती देवी, पृमिला अग्रवाल, मीना, चारू गुप्ता, प्रीति, मंजू शर्मा, कृष्णा, ज्योत्सना, अंशिका आदि मौजूद रहे।
सहालग के मौके पर कपड़े की दुकानों पर रही भीड़
करीब चार माह से शादियां रुकी हुई थी। इस दौरान कपड़ों का कारोबार भी कम हो रहा था। रविवार को देवोत्थान एकादशी होने से ही शादियों का सहालग शुरू हो गया। आज के दिन ही जिलेभर में करीब 10 शदियां हुईं। रविवार को भी रेडीमेड से लेकर कपड़े की दुकानों पर लोगों की सुबह से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई थी।
घरों में की गई पूजा अर्चना
देवोत्थान एकादशी के मौके पर निर्जला एकादशी का व्रत रखने वाली महिलाओं ने सुबह से ही घरों में साफ सफाई शुरु कर दी थी। उसके बाद सूरज छिपते ही महिलाओं ने घरों में भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करके व्रत खोला। परिवार के सभी सदस्यों को प्रसाद बांटा गया। इस दौरान दोपहर में बाजार में गन्ने सिघाड़ा खरीदने वालों की काफी भीड़ रही।