लखनऊ: गोमती नगर में 13 भूखंडों के घोटालों की जांच में लग सकता है समय, जानें क्यों…

लखनऊ। गोमती नगर में 13 भूखंडों के घोटाले की जांच में समय लग सकता है। दीपावली से पहले एलडीए के अधिकारियों के कार्य क्षेत्र में बदलाव का असर घोटाले की जांच पर पड़ सकता है। गोमती नगर योजना में सम्पत्ति का कार्य तहसीलदार स्निग्धा चतुर्वेदी से लेकर उपसचिव अतुल कृष्ण सिंह को दिया गया है। …
लखनऊ। गोमती नगर में 13 भूखंडों के घोटाले की जांच में समय लग सकता है। दीपावली से पहले एलडीए के अधिकारियों के कार्य क्षेत्र में बदलाव का असर घोटाले की जांच पर पड़ सकता है। गोमती नगर योजना में सम्पत्ति का कार्य तहसीलदार स्निग्धा चतुर्वेदी से लेकर उपसचिव अतुल कृष्ण सिंह को दिया गया है। अब उपसचिव जांच के नए बिंदुओं पर नए सिरे से जानकारी जुटाकर अपनी रिपोर्ट देंगे। जिसके बाद ही आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
एलडीए की गोमती नगर योजना में बाबुओं की मिलीभगत से 13 भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री का मामला पिछले महीने सामने आया था। जिसमें बाबू पवन ने दलालों के साथ मिलकर 13 भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री करा दी थी। बाबुओं की आईडी का इस्तेमाल कर कुछ भूखंडों की कम्प्यूटर पर फीडिंग भी की गई थी।
इस मामले में अधिकारियों ने बाबू सहित 13 लोगों पर एफआईआर दर्ज करायी थी। इसके अलावा सभी बाबुओं की आईडी भी बंद कर दी थीं। जांच में यह भी सामने आया कि पांच बाबुओं की आईडी का गलत इस्तेमाल किया गया था। इनमें से तीन अभी भी सेवा में हैं। अब बाकी बाबुओं पर भी कार्रवाई की तैयारी है। इस महीने के अंत तक जांच पूरी हो जाएगी।