बरेली: डीडीओ का पकड़ा झूठ, सीडीओ का चढ़ा पारा, नोटिस जारी कराकर 24 घंटे में मांगा जवाब

बरेली: डीडीओ का पकड़ा झूठ, सीडीओ का चढ़ा पारा, नोटिस जारी कराकर 24 घंटे में मांगा जवाब

बरेली, अमृत विचार। कनिष्ठ सहायक से वरिष्ठ सहायक बने तीन लिपिकों का प्रोन्नति आदेश 23 दिन से दबाए बैठे डीडीओ चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव को महंगा पड़ गया। प्रकरण संज्ञान में आने पर सीडीओ चंद्रमोहन गर्ग ने देरी की वजह पूछी तो डीडीओ फजीहत से बचने और खुद का बचाव करने को झूठ बोल गए। इस …

बरेली, अमृत विचार। कनिष्ठ सहायक से वरिष्ठ सहायक बने तीन लिपिकों का प्रोन्नति आदेश 23 दिन से दबाए बैठे डीडीओ चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव को महंगा पड़ गया। प्रकरण संज्ञान में आने पर सीडीओ चंद्रमोहन गर्ग ने देरी की वजह पूछी तो डीडीओ फजीहत से बचने और खुद का बचाव करने को झूठ बोल गए। इस पर सीडीओ ने कड़ी चेतावनी देने के साथ ही नोटिस जारी कराकर 24 घंटे में जवाब मांग लिया।

दरअसल, मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव डा. देवेश चतुर्वेदी ने पिछले महीने पदोन्नति के हिसाब से खली पद भरकर 30 सितंबर तक की सूचना भेजने के समस्त विभागों को निर्देश दिए थे। इसी क्रम में 27 सितंबर को कनिष्ठ सहायक से वरिष्ठ सहायक पद पर प्रोन्नति समिति की बैठक हुई। समिति में जिला विकास अधिकारी (डीडीओ), जिला प्रबोशन अधिकारी (डीपीओ) और विकास विभाग के सहायक लेखाधिकारी शामिल रहे।

विकास विभाग के तीन कनिष्ठ सहायक मझगवां के संदीप सरन, क्यारा की ममता और भोजीपुरा की शहनवाज (वर्तामन में डीआरडीए कार्यालय में अटैच हैं) को वरिष्ठ सहायक के पद पर प्रोन्नति दी गई। इसका आदेश भी बनकर तैयार हो गया लेकिन अब तक इसे जारी नहीं किया गया। जबकि यह मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल था।

बुधवार को प्रकरण में सीडीओ ने डीडीओ को अपने कार्यालय में बुलाकर आदेश जारी नहीं होने का कारण पूछा तो कभी बाबूओं की लापरवाही बता दी तो कहीं सीडीओ कार्यालय से फाइल लेकर लौट जाने की बात कही। इस पर सीडीओ ने कहा कि वरिष्ठ सहायक के नियुक्ति प्राधिकारी डीडीओ तो फिर फाइल यहां आने का क्या मतलब बनता है। इस पर डीडीओ जवाब नहीं दे सके।

तीन कनिष्ठ सहायकों के प्रोन्नति का आदेश जारी नहीं होने का मामला संज्ञान में आया है। 30 सितंबर तक आदेश जारी हो जाना चाहिए था। लेटलतीफी में डीडीओ की लापरवाही सामने आने पर नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विभागीय कार्रवाई भी कराई जाएगी। -चंद्र मोहन गर्ग, सीडीओ