लखीमपुर खीरी: फोरेंसिक टीम को थार के पास मिले 315 बोर के दो कारतूस

लखीमपुर खीरी: फोरेंसिक टीम को थार के पास मिले 315 बोर के दो कारतूस

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। बुधवार को एएसपी के नेतृत्व में फोरेंसिक टीम के साथ तिकुनियां पहुची टीम ने हादसे के दौरान जलाई गई गाड़ियों और घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया था। फोरेंसिक टीम ने वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए। मौके पर मिले जूता, चप्पल, कपड़ा आदि कब्जे में लिए हैं। जांच टीम इस बावत कुछ …

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। बुधवार को एएसपी के नेतृत्व में फोरेंसिक टीम के साथ तिकुनियां पहुची टीम ने हादसे के दौरान जलाई गई गाड़ियों और घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया था। फोरेंसिक टीम ने वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए। मौके पर मिले जूता, चप्पल, कपड़ा आदि कब्जे में लिए हैं। जांच टीम इस बावत कुछ बोलने को तैयार नहीं है। टीम का कहना है कि केस हाईप्रोफाइल है। इसलिए केस से जुड़ा हर तथ्य गोपनीय है। सूत्रों ने बताया कि जांच टीम को थार गाड़ी के पास 315 बोर के दो खोखा कारतूस मिले हैं, जिन्हें पुलिस ने कब्जे में लिया है।

तिकुनियां में तीन अक्टूबर को किसानों के विरोध प्रदर्शन के समय केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की थार गाड़ी से कुचलकर चार किसानों की मौत होने के बाद हिंसा भड़क गयी थी, जिसमें चार किसानों, एक पत्रकार समेत आठ लोगों की मौत हो गयी थी। इस मामले में तिकुनियां कोतवाली में दो मुकदमें दर्ज हुए हैं। बहराइच निवासी जगजीत सिंह की तहरीर पर दर्ज हत्या समेत कई धाराओं में दर्ज मुकदमे में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र मोनू को मुख्य आरोपी बनाया गया है।

अन्य 15 से 20 अज्ञात लोग हैं, जबकि हत्या का दूसरा मुकदमा शहर की गढ़ी रोड निवासी सुमित जायसवाल की तहरीर पर कई अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुआ है। सुमित जायसवाल घटना का चश्मदीद गवाह है। वह घटना के समय थार जीप में था। घटना कि जांच एएसपी अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित छह सदस्यीय टीम कर रही है। टीम में टीम में एएसपी अरुण कुमार सिंह, सीओ मितौली संदीप सिंह और सीओ गोला संजय नाथ तिवारी के तीन इंस्पेक्टर भी शामिल हैं।

घटना के करीब 70 घण्टे बाद जांच करने फोरेंसिक टीम के साथ पहुची टीम ने जली खड़ी दोनों कार और उसके आसपास घटना से जुड़े तमाम पहलुओं का बारीकी से जांच की। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से कई वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए और मौके पर पड़ी चप्पल, कपड़े आदि को कब्जे में लिया। जांच टीम जांच के विषय मे कुछ बोलने से साफ इंकार कर रही है। टीम का कहना है कि यह काफी अहम केस है। इसलिए विवेचना के किसी पहलू को नहीं बताया जा सकता है। जांच टीम सबूतों के आधार पर अपनी जांच आगे बढ़ा रही है।

उधर पुलिस विभाग के सूत्रों ने बताया कि पुलिस को घटना स्थल पर जली खड़ी थार के पास 315 बोर के दो खोखा कारतूस मिले है, जो पुलिस के कब्जे में है। इससे साफ हो गया है कि हिंसा में फायरिंग हुई थी। यह फायरिंग किस पक्ष से किसने की। फायरिंग रायफल से हुई या तमंचे से। यह तो पुलिस की जांच के बाद ही साफ हो सकेगा। हालांकि आइजी लक्ष्मी सिंह ने दो कारतूस खोखा मिलने की बात स्वीकार की है।