पीलीभीत: ग्रामीण बोले- शावक संग दिखाई दिया तेंदुआ, वन विभाग ने सियार बता डाला

गुलाबटांडा, अमृत विचार। जंगल से सटे इलाकों में वन्यजीवों की चहलकदमी को लेकर जहां ग्रामीणों की मुश्किल कम नहीं हो रही। वहीं, वन विभाग का लापरवाह रवैया बरकरार है। मझारा गांव से सटी पट्टा कॉलोनी में ग्रामीणों ने शावक के साथ तेंदुआ आबादी के नजदीक दिखाई देने का दावा किया। एक खेत को भी भीड़ …
गुलाबटांडा, अमृत विचार। जंगल से सटे इलाकों में वन्यजीवों की चहलकदमी को लेकर जहां ग्रामीणों की मुश्किल कम नहीं हो रही। वहीं, वन विभाग का लापरवाह रवैया बरकरार है। मझारा गांव से सटी पट्टा कॉलोनी में ग्रामीणों ने शावक के साथ तेंदुआ आबादी के नजदीक दिखाई देने का दावा किया। एक खेत को भी भीड़ काफी देर तक घेरकर खड़ी रही।
मगर, सूचना मिलने पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बिना पगमार्क ट्रेस किए ही इसे सियार बता कर टाल दिया। ग्रामीणों को अलर्ट रहने की हिदायत देकर वापस चली गई। कोई स्थायी समाधान न होने पर ग्रामीणों में नाराजगी दिखाई दी।वहीं, तेंदुए की दस्तक को देखते हुए किसान-मजदूर अकेले खेतों पर जाने से भी बचते नजर आए।
टाइगर रिजर्व के जंगल से निकले बाघ की बराही रेंज के जंगल से सटे मझारा गांव में कई दिनों से तेंदुए की चहलकदमी बनी हुई है। तेंदुआ एक बच्ची की जान भी ले चुका है। इसके बावजूद वन विभाग के अधिकारी हरकत में नहीं आ रहे हैं। मंगलवार रात करीब आठ बजे तेंदुआ मझारा गांव से सटी पट्टा कॉलोनी में आबादी के नजदीक देखा गया।
ग्रामीणों का कहना था कि तेंदुए के साथ एक शावक भी है। शावक संग तेंदुए का शोर मचाते ही ग्रामीण जमा हो गए। उसके बाद लाठी डंडे लेकर शोर मचाया। ग्रामीणों के मुताबिक तेंदुआ और शावक गांव के ही वकील यादव के धान के खेत में जाकर छिप गया। ग्रामीणों ने धान का खेत घेर लिया।
सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। इस पर टीम गांव पहुंची और ग्रामीणों की मदद ली। ट्रैक्टर की लाइट जलाकर रोशनी की गई और खेत के आसपास के चकरोड पर पगमार्क चेक करने काम प्रयास किया। वहां कोई पगमार्क ट्रेस नहीं हो सका। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ और शावक शोर होने पर खेत से भी निकल गए। अंधेरे की वजह से ये पता नहीं लग सका कि वह किधर भागा। उधर, वन विभाग ने तेंदुआ और शावक होने से ही इनकार कर दिया।गांव में तेंदुए की दहशत बनी हुई है। बुधवार को कम लोग ही खेत पर गए।
बराही रेंज के रेंजर वजीर हसन ने बताया कि सूचना पर रात को ही टीम मौके पर गई थी। खेत के आसपास चेक किया गया, मगर कोई पगमार्क नहीं मिला है। संभवत: सियार को ग्रामीण तेंदुआ समझ बैठे थे। फिलहाल निगरानी बढ़ा दी गई है। ग्रामीणों को भी अलर्ट रहने को कहा गया है।