लखनऊ: खुदाई से बचने के लिए ठेकेदारों ने किया बड़ा खेल, सीवर लाइन के अंदर डाल दी…

लखनऊ। बालू अड्डा में पानी की पाइप लाइन में सीवर का गंदा पानी सप्लाई हो जाने से बच्चों की मौत और बीमार होने का हादसा शहर में कहीं भी हो सकता है। शहर के अधिकांश इलाकों में दूषित पेयजल की आपूर्ति हो रही है। लोगों को मजबूरी में पाइप लाइन से सप्लाई होने वाला पानी …
लखनऊ। बालू अड्डा में पानी की पाइप लाइन में सीवर का गंदा पानी सप्लाई हो जाने से बच्चों की मौत और बीमार होने का हादसा शहर में कहीं भी हो सकता है। शहर के अधिकांश इलाकों में दूषित पेयजल की आपूर्ति हो रही है। लोगों को मजबूरी में पाइप लाइन से सप्लाई होने वाला पानी पीना पड़ता है। अधिकांश इलाकों में आपूर्ति किये जाने वाले पेयजल में कभी-कभी कीड़े भी आ जाते हैं लेकिन गरीब तबके के लोगों के पास कोई और विकल्प ना होने के कारण उन्हें मजबूरी में यह दूषित पानी पीना पड़ता है।
पाइप लाइन से दूषित पेयजल आपूर्ति का सबसे बड़ा कारण टंकियों की समय पर सफाई न होना और क्लोरीन आदि का छिड़काव नहीं किया जाना है। इसके अलावा खुदाई से बचने और ज्यादा कमाने के फेर में ठेकेदारों ने सीवर लाइन के अंदर ही पानी की पाइप लाइन डाल दी है। जिससे बारिश के समय सीवर ओवर फ्लो होने से सीवर का गंदा पानी पेयजल की पाइप लाइन में मिल जाता है।
बालू अड्डा में हुए हादसे के बाद महापौर संयुक्ता भाटिया ने जल संस्थान और नगर निगम को शहर भर में पेयजल के सैम्पल लेने के निर्देश दिए थे। जिसकी रिपोर्ट मंगलवार तक आने की उम्मीद है। जिसके बाद नगर निगम आगे की रणनीति बनाएगा। इसके अलावा महापौर ने ऐसे स्थलों को भी चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं जहां सीवर की लाइन के अंदर ही पेयजल की लाइन डाली गयी है। उन्होंने इन्हें अलग—अलग करने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
शहर भर में लिए गए पानी के सैम्पल की रिपोर्ट मंगलवार को आने की संभावना है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की रणनीति तय की जाएगी…एसके वर्मा, महाप्रबंधक, जलकल विभाग