ईरान-पाकिस्तान ने आतंकवाद को मिटाने के लिए मिलाए हाथ, राष्ट्रपति रईसी से कश्मीर पर कुछ बुलवाना चाह रहे थे शहबाज शरीफ, हो गई किरकिरी!
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से मुलाकात कर राजनीतिक, आर्थिक, व्यापार व सांस्कृतिक स्तर पर द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की। इसके अलावा दोनों देशों ने आतंकवाद को मिटाने के लिए संयुक्त प्रयास करने पर सहमति जताई। कुछ महीने पहले दोनों देशों ने एक दूसरे की भूमि पर स्थित कथित आतकंवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। शरीफ ने आठ फरवरी को हुए आम चुनाव के बाद पाकिस्तान का दौरा करने वाले किसी भी देश के पहले राष्ट्राध्यक्ष रईसी का प्रधानमंत्री आवास में स्वागत किया, जहां रईसी नेता को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
तीन दिवसीय दौरे में सोमवार को पाकिस्तान पहुंचे ईरान के राष्ट्रपति ने पीएम शरीफ से मुलाकात के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। कॉन्फ्रेंस के दौरान शहबाज शरीफ ने कश्मीर का मुद्दा उठाया और कोशिश की कि रईसी भी कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष में कुछ बोलें। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने मीडिया के सामने ही कश्मीर पर पाकिस्तान का साथ देने के मुद्दे पर चुप्पी साध ली।
Prime Minister Muhammad Shehbaz Sharif today met with Iranian President H.E. Dr. Seyyed Ebrahim Raisi in Islamabad. Ministers and senior officials from both sides were present in the meeting.
— Prime Minister's Office (@PakPMO) April 22, 2024
The two leaders discussed the entire range of bilateral relations and exchanged views… pic.twitter.com/5Iw1xhIvyh
वहीं सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान’ ने बताया कि बातचीत के दौरान, राष्ट्रपति रईसी और प्रधानमंत्री शरीफ ने आतंकवाद को खत्म करने के लिए संयुक्त प्रयास करने पर सहमति जताई। रेडियो ने कहा कि दोनों नेताओं ने अपने देशों के बीच व्यापार और संचार संपर्क बढ़ाने पर भी चर्चा की। रईसी और शरीफ की मौजूदगी में ईरानी व पाकिस्तानी अधिकारियों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के लिए आठ सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए। राष्ट्रपति रईसी ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान और पाकिस्तान ने द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाकर 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक ले जाने का फैसला किया है।
रईसी ने कहा, “हम उच्चतम स्तर पर संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ईरान और पाकिस्तान के बीच आर्थिक व व्यापारिक सहयोग की कोई सीमा नहीं है। हमने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाकर 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक ले जाने का फैसला किया है।
President of Iran H.E. Dr. Seyyed Ebrahim Raisi presented with Guard of Honor at the Prime Minister House on 22 April, 2024. pic.twitter.com/jL04ZlCfmU
— Prime Minister's Office (@PakPMO) April 22, 2024
हीं, शरीफ ने कहा कि पूरा पाकिस्तान ईरानी राष्ट्रपति की यात्रा का स्वागत करता है क्योंकि उन्होंने चुनौतियों के बावजूद पाक-ईरान संबंधों को मजबूत करने का आह्वान किया है। शरीफ ने कहा, “हमें चुनौतियों के बावजूद इस रिश्ते को मजबूत बनाए रखना है। संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में शरीफ ने कश्मीर मुद्दा उठाया और ईरान को उसके रुख के लिए धन्यवाद दिया। हालांकि, राष्ट्रपति रईसी ने कश्मीर का उल्लेख करने से परहेज किया और इसके बजाय विशेष रूप से फिलिस्तीन में उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने वालों को ईरान की ओर से समर्थन देने की बात कही।
President of Iran H.E. Dr. Seyyed Ebrahim Raisi and Prime Minister Muhammad Shehbaz Sharif unveiling plaque of renaming an avenue of Islamabad as Iran Avenue, on 22 April, 2024. pic.twitter.com/fJB98EKpsd
— Prime Minister's Office (@PakPMO) April 22, 2024
इससे पहले, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि सहयोग को बढ़ावा देने के लिए तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर यहां पहुंचे रईसी का इस्लामाबाद हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया और आवास मंत्री मियां रियाज हुसैन पीरजादा तथा ईरान में पाकिस्तान के राजदूत मुदस्सिर टीपू ने उनकी अगवानी की। रईसी आठ वर्षों में पाकिस्तान का दौरा करने वाले पहले ईरानी राष्ट्रपति हैं। उनके साथ उनकी पत्नी और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी है, जिसमें विदेश मंत्री और कैबिनेट के अन्य सदस्य व वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
दोनों पड़ोसी देशों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को उस समय झटका लगा था जब ईरान ने जनवरी में पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में कथित आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में “आतंकवादी ठिकानों” पर हमला करके पलटवार किया था, जिसमें नौ लोग मारे गए थे।
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