अयोध्या-सुल्तानपुर को जोड़ने वाली सड़क भी बेहाल, हिचकोले खाने को मजबूर यात्री

अयोध्या-सुल्तानपुर को जोड़ने वाली सड़क भी बेहाल, हिचकोले खाने को मजबूर यात्री

कुमारगंज/अयोध्या। बीस हजार की आबादी को प्रभवित करने वाली छह किमी. लंबी सड़क इस कदर जर्जर और गड्ढायुक्त हो चुकी है, जिस पर लोग अब आरामदायक सफर करने की बजाय हिचकोले खाने को यात्री मजबूर हैं। काफी अर्से से बदहाल इस सड़क पर न तो जनप्रतिनिधियों की नजरें इनायत होती हैं और न ही लोक …

कुमारगंज/अयोध्या। बीस हजार की आबादी को प्रभवित करने वाली छह किमी. लंबी सड़क इस कदर जर्जर और गड्ढायुक्त हो चुकी है, जिस पर लोग अब आरामदायक सफर करने की बजाय हिचकोले खाने को यात्री मजबूर हैं। काफी अर्से से बदहाल इस सड़क पर न तो जनप्रतिनिधियों की नजरें इनायत होती हैं और न ही लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदार अफसरों की। यह अलग बात है कि कई बार सड़क को गड्ढा मुक्त करने की औपचारिकता पूरी की जाती रही हैं।

जिले के कुमारगंज में लोक निर्माण विभाग की ओर से बनाई गई यह सड़क अयोध्या और सुल्तानपुर जिले को आपस में जोड़ती है। 6 किमी की सड़क का आधा हिस्सा अयोध्या जनपद और आधा हिस्सा सुल्तानपुर जनपद में आता है। इसके बावजूद भी सड़क की दयनीय स्थिति को सुधारने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। आलम यह है कि संपर्क मार्ग पर ग्राम जोरियम, भोलागंज, सोरांव, अतानगर, पूरेभवानी सहित बगल के एक दर्जन गांव के 20 हजार लोगों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क अब बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गई है जिसके कारण ग्राम वासियों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यही नहीं बरसात के दिनों में सड़क की स्थिति और भी बदतर हो जाती है, जिस कारण स्कूली बच्चों को परेशानियां उठानी पड़ती हैं, कभी कभार तो दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं।

क्षेत्र के आईएएस डॉ. गिरिजा प्रसाद पांडेय के नाम से जानी जाने वाली इस सडक पर कृषि विश्वविद्यालय का गेट नंबर दो स्थित है, जहां से देश भर के वैज्ञानिक, किसान व छात्र छात्राओं का आवागमन रहता है। साथ क्षेत्रीय जनता के अलावा स्कूल के 3 हजार बच्चों का प्रतिदिन आना जाना लगा रहता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मामले को लेकर कई बार जिम्मेदारों से शिकातय भी की गई लेकर जर्जर हो चुके सड़क का पुरसाहाल लेने वाला कोई नहीं है।

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