पंडित दीनदयाल उपाध्याय
इतिहास 

आज ही के दिन पैदा हुए थे भारतीय राजनीति के दो बड़े धुरंधर, कई घटनाओं का गवाह है 25 सितंबर

आज ही के दिन पैदा हुए थे भारतीय राजनीति के दो बड़े धुरंधर, कई घटनाओं का गवाह है 25 सितंबर नई दिल्ली। इतिहास में 25 सितंबर की तारीख देश के दो प्रमुख राजनीतिक दिग्गजों के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है। जाने-माने विचारक, दार्शनिक और भारतीय जनसंघ के सह-संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर, 1916 को मथुरा में हुआ था। वहीं, भारत के पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल का जन्म 25 सितंबर को 1914 …
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उत्तर प्रदेश  मुरादाबाद 

मुरादाबाद : ‘एकात्म मानववाद व अंत्योदय के प्रणेता थे पंडित दीनदयाल’

मुरादाबाद : ‘एकात्म मानववाद व अंत्योदय के प्रणेता थे पंडित दीनदयाल’ मुरादाबाद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चिंतक‚ प्रचारक और उत्कृष्ट संगठनकर्ता‚ जनसंघ के संस्थापक, एकात्म मानववाद और अंत्योदय के प्रणेता, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें याद किया गया। वक्ताओं ने उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प दिलाया। नगर विधानसभा में वार्ड नंबर 47 के भाजपा पार्षद डॉ. गौरव श्रीवास्तव के आवास …
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उत्तर प्रदेश  गोरखपुर 

गोरखपुर: इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर एंड नेचुरल साइंस में विकसित हो रही पंडित दीनदयाल उपाध्याय नर्सरी

गोरखपुर: इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर एंड नेचुरल साइंस में विकसित हो रही पंडित दीनदयाल उपाध्याय नर्सरी गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने नैक मूल्यांकन के दृष्टिगत शुक्रवार को इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर एंड नेचुरल साइंस और इंस्टीट्यूट ऑफ इं‌जीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में निर्माणधीन उच्चस्तरीय लैब, वर्चुअल क्लास रूम, आईसीटी लैब, कांफ्रेंस रूम का निरीक्षण किया। इस दौरान दीक्षा भवन स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर के उत्तरी प्रवेश द्वार …
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उत्तर प्रदेश  अमेठी 

अमेठी: महज औपचारिकता बनकर रह गया गरीब कल्याण मेला, जानें वजह

अमेठी: महज औपचारिकता बनकर रह गया गरीब कल्याण मेला, जानें वजह अमेठी। जिले में शनिवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कई आयोजन किए गए। जिनमें विकासखंड मुख्यालयों पर गरीब कल्याण दिवस, गरीब कल्याण मेला का आयोजन किया गया। यह आयोजन विकासखंड शुकुल बाजार पर भी किया गया, लेकिन आयोजन महज औपचारिकता बनकर रह …
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