शाहजहांपुर: ‘ओ निगेटिव’ ब्लड दान कर अनूप बन गए महादानी
शाहजहांपुर, अमृत विचार। शहर के सत्यानंद हास्पिटल के डॉ. गौरव मिश्रा के प्रयास और लायन संजय चोपड़ा के माध्यम से पत्रकार अनूप कुमार ने दो दिन की बच्ची की जान बचा ली। बच्ची का पूरा परिवार अस्पताल संचालकों, स्टाफ, लायंस के संजय चोपड़ा और पत्रकार अनूप की तारीफ कर रहा है। क्षेत्र के गांव निवासी …
शाहजहांपुर, अमृत विचार। शहर के सत्यानंद हास्पिटल के डॉ. गौरव मिश्रा के प्रयास और लायन संजय चोपड़ा के माध्यम से पत्रकार अनूप कुमार ने दो दिन की बच्ची की जान बचा ली। बच्ची का पूरा परिवार अस्पताल संचालकों, स्टाफ, लायंस के संजय चोपड़ा और पत्रकार अनूप की तारीफ कर रहा है।
क्षेत्र के गांव निवासी की पत्नी ने दो दिन पहले शहर के सत्यानंद हास्पिटल में बच्ची को जन्म दिया था, लेकिन बच्ची का वजन बहुत कम था। डॉ. गौरव मिश्रा ने काफी प्रयास किया, लेकिन बच्ची के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। सोमवार को परिजनों ने एक यूनिट ब्लड का इंतजाम करने को कहा गया, लेकिन बच्ची के खून का ग्रुप ओ निगेटिव निकला, जो काफी रेयर ही मिलता है। परिवार कहीं बाहर से ब्लड खरीदने में अस्मर्थ था।
उधर, बच्ची की हालत बिगड़ रही थी। बच्ची के परिवार की अस्मर्थता भांपकर डॉ. गौरव मिश्रा ने अपने मित्र लायंस संस्था में गवर्नर रह चुके और अक्सर रक्तदान शिविर लगवाने वाले संजय चोपड़ा से मदद मांगी। इस पर संजय चोपड़ा ने ओ निगेटिव ग्रुप वाले पत्रकार अनूप कुमार को पूरी बात बताई और अनूप बच्ची के लिए फरिश्ता बनकर खून देने पर राजी हो गए।
इसी के साथ वह निदान अस्पताल स्थित पैथालॉजी पहुंच गए और रक्तदान किया। दरअसल, इस अस्पताल में अधिकृत ब्लड बैंक भी है। इसके बाद सत्यानंद हास्पिटल में बच्ची को रक्त दिया गया। पत्रकार के रक्तदान से बच्ची की जान बच गई। डॉ. गौरव मिश्रा ने बताया कि बच्ची की हालत में काफी सुधार है।
सोसल मीडिया पर हो रही सराहना
पत्रकार अनूप कुमार ने अजनबी बच्ची को खून देकर उसकी जान बचाकर मिसाल कायम की है। उनके इस कार्य की सराहना सोसल मीडिया पर हो रही है। वे बताते हैं कि उनके पास लायंस क्लब के संजय चोपड़ा का फोन आया तो वह सहर्ष तैयार हो गए और अस्पताल जाकर खून दे आए। उन्होंने बच्ची या उनके परिजनों के बारे में भी नहीं पूछा।
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