Russia-Ukraine war: यूक्रेन से लौटे उत्तराखंड के तीन छात्र, एयरपोर्ट पर हुआ स्वागत

Russia-Ukraine war: यूक्रेन से लौटे उत्तराखंड के तीन छात्र, एयरपोर्ट पर हुआ स्वागत

हल्द्वानी, अमृत विचार। युद्धग्रस्त यूक्रेन से देशवासियों की सकुशल वापसी बड़ी चुनौती बनी हुई है। यूक्रेन में रूस की मिसाइलें लगातार कहर बरपा रही हैं। हालांकि शनिवार शाम एयर इंडिया का विमान 219 भारतीयों को सकुशल लेकर मुंबई एयरपोर्ट पहुंचा। जबकि दूसरा विमान 250 यात्रियों को लेकर रविवार सुबह पहुंचा है। वहीं रविवार को यूक्रेन …

हल्द्वानी, अमृत विचार। युद्धग्रस्त यूक्रेन से देशवासियों की सकुशल वापसी बड़ी चुनौती बनी हुई है। यूक्रेन में रूस की मिसाइलें लगातार कहर बरपा रही हैं। हालांकि शनिवार शाम एयर इंडिया का विमान 219 भारतीयों को सकुशल लेकर मुंबई एयरपोर्ट पहुंचा। जबकि दूसरा विमान 250 यात्रियों को लेकर रविवार सुबह पहुंचा है। वहीं रविवार को यूक्रेन से लौटे उत्तराखंड के तीन छात्रों आशुतोष पाल, अदनान व खुशी सिंह का नई दिल्ली में उत्तराखण्ड के अपर स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा ने स्वागत किया। इस दौरान छात्रों के अभिभावक और राज्य के सहायक प्रोटोकाल अधिकारी मनोज जोशी व दीपक चमोली मौजूद रहे।

यूक्रेन से लौटे उत्तराखंड के छात्रों का एयरपोर्ट पर हुआ स्वागत।

इन सबके बीच उन माता-पिता के दिलों को सुकून नहीं मिल रहा, जिनके बच्चे अभी भी युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे हुए हैं। आलम यह है कि दहशतजदा परिजनों को उनके बच्चों की खैर-खबर तो मिल रही है, लेकिन मन में शांति नहीं। बात अगर हल्द्वानी की करें तो यहां के युवक युवतियां भी मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन पहुंचे। लेकिन अब युद्धग्रस्त यूक्रेन से निकलना उनके लिए चुनौती बन गया है। हल्द्वानी के इंद्रानगर स्थित ख्वाजा कालोनी की रहने वाली महक मलिक और तल्ली हल्द्वानी निवासी टिमसी मेहरा भी मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गई थीं। ऐसे में सकुशल वापसी की दुआओं के साथ परिजनों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। महक की मां और भाई ने बताया कि फोन पर महक से बातचीत के दौरान बम धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है, ऐसे में दहशत बढ़ गई है।

फोन पर महक की तस्वीर दिखातीं मां निशा मलिक और भाई रेहान मलिक।

वहीं तल्ली हल्द्वानी निवासी टिमसी मेहरा ने भी वीडियो कॉल के जरिए यूक्रेन के भयावह हालातों को बयां किया है। जब भी मौका मिल रहा है टिमसी अपनी मां सरोज मेहरा और बहन दिव्यानी से फोन पर बात कर रही है। परिजनों ने केंद्र सरकार से बच्चों की सकुशल वापसी कराने की गुहार लगाई है।

यूक्रेन में फंसी टिमसी से वीडियो कॉल पर बात करतीं मां सरोज मेहरा और बहन दिव्यानी मेहरा।

बता दें कि उत्तराखंड शासन के पास उन नागरिकों का डाटा ही नहीं है जो विदेशों में रहकर पढ़ाई या नौकरी कर रहे हैं। ऐसे में यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के नागरिकों की सटीक संख्या का पता नहीं लग पा रहा है। बात अगर नैनीताल जिले की करें तो यहां के 24 युवाओं के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी है। शनिवार को शासन ने उत्तराखंड के 226 नागरिकों की जानकारी विदेश मंत्रालय को भेजी है। यूक्रेन में फंसे ये वह नागरिक हैं जिनके परिजन ने हेल्पलाइन नंबर 112 पर सूचना दी है।