सड़क दुर्घटना : अनियंत्रित डीसीएम ने तीन बच्चों को कुचला, दो की मौत

अमृत विचार, कानपुर देहात। जैनपुर में कोचिंग पढकर घर जा रहे दो साइकिलों में सवार तीन मासूमों को अनियंत्रित डीसीएम ने हाइवे की सर्विस रोड पर रौंद दिया। इससे दो मासूम बालकों की मौत हो गई। जबकि एक बालिका गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना से नाराज लोगों ने चालक की धुनाई कर पुलिस …

अमृत विचार, कानपुर देहात। जैनपुर में कोचिंग पढकर घर जा रहे दो साइकिलों में सवार तीन मासूमों को अनियंत्रित डीसीएम ने हाइवे की सर्विस रोड पर रौंद दिया। इससे दो मासूम बालकों की मौत हो गई। जबकि एक बालिका गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना से नाराज लोगों ने चालक की धुनाई कर पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं एएसपी, एसडीएम व सीओ ने जिला अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली।

मूसानगर थाना क्षेत्र के गुलौली गांव निवासी बलराम अकबरपुर के जैनपुर चौराहा के पास मकान बनाकर रहते हैं। जबकि रूरा थाना क्षेत्र के सरांय गांव निवासी दीपक जैनपुर में किराए के मकान में रहकर फैक्ट्री में नौकरी करते हैं। बलराम का बेटा अंश (9) कक्षा एक व दीपक का बेटा आर्यन (10) कक्षा पांच व बेटी गुनगुन (8) कक्षा दो में पढते। सोमवार की दोपहर तीनों बच्चे दो साइकिलों से कोचिंग पढने गए थे।

छुट्टी होने पर तीनों बच्चे दो साइकिलों से घर लौट रहे थे। तभी जैनपुर चौराहे के पास झांसी से कानपुर की ओर जा रही अनियंत्रित डीसीएम ने हाइवे का डिवाइडर फांदकर सर्विस रोड पर जा रहे साइकिल सवार तीनों बच्चों को रौंद दिया। इससे अंश व आर्यन की मौके पर ही मौत हो गई। घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने डीसीएम चालक की जमकर धुनाई कर पुलिस के हवाले कर दिया।

वहीं मौके से निकल रहे पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने एंबुलेंस से घायल गुनगुन को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भिजवाया। एएसपी घनश्याम चौरसिया, एसडीएम भूमिका यादव व सीओ प्रभात कुमार ने जिला अस्पताल पहुंचकर परिजनों से घटना की जानकारी ली। चौकी इंचार्ज जैनपुर संजीव कुमार ने बताया कि डीसीएम व चालक को कब्जे में लिया गया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।

जैनपुर पुलिस चौकी से एक किमी दूर हुई घटना

-हाइवे पर तेज रफ्तार ने दो मासूमों की जिंदगी छीन ली। वहीं हादसा जैनपुर पुलिस चौकी से महज एक किलोमीटर की दूरी पर हुआ। घटना से नाराज स्थानीय लोगों को कहना है कि कानपुर-झांसी हाइवे किनारे औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण पूरे दिन भीडभाड रहती है। इसके बावजूद भारी वाहन फर्राटा भरते हैं। इससे पूर्व में भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी इसपर अंकुश नहीं लगा सके।

यह भी पढ़ें:- लखनऊ में बड़ा हादसा: मुंडन संस्कार में जा रहे लोगों से भरी ट्रैक्टर- ट्रॉली तालाब में पलटी, 10 की मौत, कई घायल