कुछ राजनीतिक दल अग्निपथ योजना के बारे में युवाओं को कर रहे गुमराह: तोमर

कुछ राजनीतिक दल अग्निपथ योजना के बारे में युवाओं को कर रहे गुमराह: तोमर

ग्वालियर। केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को कहा कि कुछ राजनीतिक दल सशस्त्र बलों में भर्ती की ‘अग्निपथ योजना’ के बारे में भ्रम फैलाकर युवाओं को गुमराह कर रहे हैं, जबकि यह देश के मानव संसाधन को कौशलपूर्ण बनाने की दृष्टि से बहुत ही उपयोगी है। ग्वालियर में भाजपा के महापौर प्रत्याशी …

ग्वालियर। केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को कहा कि कुछ राजनीतिक दल सशस्त्र बलों में भर्ती की ‘अग्निपथ योजना’ के बारे में भ्रम फैलाकर युवाओं को गुमराह कर रहे हैं, जबकि यह देश के मानव संसाधन को कौशलपूर्ण बनाने की दृष्टि से बहुत ही उपयोगी है।

ग्वालियर में भाजपा के महापौर प्रत्याशी का नामांकन दाखिल करवाने के लिए यहां आए तोमर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘अग्निपथ योजना’ एक दीर्घगामी और मानव संसाधन को कौशलपूर्ण बनाने की दृष्टि से बहुत ही उपयोगी है। उन्होंने आगे कहा, ‘‘अग्निपथ योजना के अंतर्गत हर साल 46,000 लोग सेना में प्रशिक्षण के लिए जाएंगे। उसमें से जो सेना में जाना चाहेगा, वह चार साल बाद सेना में भी जा सकता है। अन्य क्षेत्र भी उसके लिए खुले रहेंगे।’’

तोमर ने कहा, ‘‘ सरकार के खर्चे पर इतने बड़े प्रशिक्षण तनख्वाह के साथ किसी व्यक्ति को मिले, ऐसा केन्द्र सरकार का पहला प्रयत्न है। मैं समझता हूं कि जो हमारे युवा हैं उन सबको इस पूरी योजना को समझना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सेना (में भर्ती होने) के लिए रास्ते कहीं भी बंद नहीं हुए हैं। जबरन कुछ राजनीतिक लोगों के द्वारा भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है।’’

तोमर ने कहा कि अग्निवीर प्रशिक्षण प्राप्त कर जो चार साल बाद लौटेगा, तो वह हीरा बनकर लौटेगा और हर क्षेत्र में उसको काम मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह योजना एक बड़ा सुधार है और देश की आजादी के 75 वर्ष बाद यह सुधार हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी। योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे।

चयन के लिए पहले पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच तय किया गया था। भर्ती के बाद सेना में शामिल युवाओं को ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा। सशस्त्र बलों में भर्ती की ‘‘अग्निपथ योजना’’ का देश के कई राज्यों में युवा विरोध कर रहे हैं। इस विरोध के बीच, केन्द्र सरकार ने बृहस्पतिवार को इस प्रक्रिया के तहत 2022 के लिए भर्ती की उम्र पूर्व में घोषित 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी।

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