पीलीभीत: चिकित्सक ने चलाया वेंटिलेटर… और हो गया रिहर्सल, जानें पूरा मामला

पीलीभीत: चिकित्सक ने चलाया वेंटिलेटर… और हो गया रिहर्सल, जानें पूरा मामला

पीलीभीत, अमृत विचार। कोविड प्रबंधन की तैयारियों को लेकर होने वाले फुल रिहर्सल में मरीज को लाने और उपचार करने की प्रक्रिया तो ठीक रही लेकिन बिना ऑपरेटर की वेंटिलेटर का भी परीक्षण करा दिया गया। इससे लग रहा है कि अभी यहां पर स्टॉफ के साथ ही और अधिक तैयारियों की जरूरत है। इसके …

पीलीभीत, अमृत विचार। कोविड प्रबंधन की तैयारियों को लेकर होने वाले फुल रिहर्सल में मरीज को लाने और उपचार करने की प्रक्रिया तो ठीक रही लेकिन बिना ऑपरेटर की वेंटिलेटर का भी परीक्षण करा दिया गया। इससे लग रहा है कि अभी यहां पर स्टॉफ के साथ ही और अधिक तैयारियों की जरूरत है। इसके अलावा अन्य थोड़ी बहुत खामियां होने पर नोडल अधिकारी ने सीएमओ को सुधार कराने की बात कही है।

प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद एलटू कोविड अस्पतालों मे व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने के आदेश दिए गए हैं। यही नहीं कोविड प्रबंधन और बचाव के लिए जिले को 56 लाख रुपए भी दिए गए हैं। प्रबंधन कैसा है और टीम वर्क कैसा है इसको लेकर शासन ने फुल रिहर्सल कराने के लिए 19 और 20 अगस्त के दिन तय किए थे। 19 को छुट्टी होने के कारण 20 और 21 अगस्त का दिन तय किया गया था। इसके तहत 20 को यहां पर रिहर्सल नहीं हो सका था।

रविवार को नोडल अधिकारी/जेडी डा. तेजपाल सिंह की मौजूदगी में तैयारियों को रिहर्सल कराया गया। इसमें एंबुलेंस से मरीज के आने और फिर परीक्षण के बाद उपचार करने की टीम की सक्रियता को देखा गया। यह सब ठीक रहा। इसके अलावा गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर के संचालन पर फिर से अधिकारी ठहर गए। कारण है कि वेंटीलेटर तो मौजूद है लेकिन उनको चलाने वाला कोई नहीं है। ऐसे में अधिकारी चिकित्सक द्वारा चलवाकर देख

मरीज को लाने और उपचार कराने की पूरी प्रक्रिया सही रही। रिस्पांस भी काफी अच्छा था। कुछ खामियां मिली तो संबंधित को फिर से प्रशिक्षण देने के लिए कहा गया है। एक प्लांट बंद था और इस पर सीएमओ को कहा गया है। इसके अलावा अन्य प्लांट सही चल रहे थे—डा. तेजपाल सिंह, नोडल अधिकारी।