नैनीताल: आपदा के जख्मों पर एनएचएआई की लीपा पोती
नैनीताल, अमृत विचार। पर्यटन सीजन शुरू हो चुका है। लेकिन अक्टूबर में क्षतिग्रस्त हुए नैनीताल हाईवे की दशा अभी सुधरी नहीं है। इसे ठीक करने की बजाय एनएचएआई ने जगह- जगह टूटे मार्ग के किनारे मिट्टी का ढेर लगा दिया है। जिससे आगामी सीजन में बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए यह रास्ता खतरा …
नैनीताल, अमृत विचार। पर्यटन सीजन शुरू हो चुका है। लेकिन अक्टूबर में क्षतिग्रस्त हुए नैनीताल हाईवे की दशा अभी सुधरी नहीं है। इसे ठीक करने की बजाय एनएचएआई ने जगह- जगह टूटे मार्ग के किनारे मिट्टी का ढेर लगा दिया है। जिससे आगामी सीजन में बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए यह रास्ता खतरा बना हुआ है और हादसों को दावत दे रहा है।
हल्द्वानी-नैनीताल हाईवे पर सफर करना जोखिम भरा है। जगह-जगह टूटी सड़क हादसों को दावत दे रही है। जिस कारण वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हाइवे में हनुमानगढ़ी से लेकर दो गांव, भुजियाघाट, बलदियाखान, बेलुवाखान, नैना गांव, रूसी बाईपास तक एक दर्जन के करीब पॉइंट डेंजर जोन बने हैं।
अक्टूबर माह में आई आपदा से भारी बारिश के बाद कमजोर पहाड़ियों से पत्थर गिरे थे और जगह- जगह सड़क का हिस्सा टूट गया था। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी पांच महीने बीत जाने के बाद भी सड़क की मरम्मत नहीं कर सके हैं।
उधर, एनएचएआई के अधिशासी अभियंता संजीव राठी का कहना है कि जल्द मार्ग की मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। अप्रैल माह में काम शुरू किया जाएगा, वहीं सड़कों के गड्ढों का निरीक्षण कर उन्हें ठीक किया जाएगा।
फेल हो गया पैच वर्क
ताकुला के पास भी कई जगह पांच से 10 मीटर तक सड़क का डामरीकरण उखड़ा हुआ है। कई जगह सड़क पर गड्ढे हो गए हैं। जबकि विभाग की ओर से कुछ माह पहले ही इन जगहों पर पैचिंग कार्य किया गया था। ऐसी सड़क पर दोपहिया वाहन चालकों को दिक्कत हो रही है।
आंतरिक मार्गों की भी हालत खस्ता
कालाढूंगी रोड, भवाली रोड की खराब दुर्दशा के साथ ही नैनीताल शहर में आंतरिक मार्गों की हालत भी खस्ता है। इनमें जिला मुख्यालय रोड, कलेक्ट्रेट रोड, बिड़ला रोड , चिड़ियाघर रोड की हालत भी खराब है। यहां जगह-जगह सड़कों पर गड्ढे व डामर उखड़ने से रास्ता उबड़-खाबड़ हो गया है।