हल्द्वानी: उत्तराखंड में सड़क हादसों का पांच साल में टूटा रिकॉर्ड

हल्द्वानी: उत्तराखंड में सड़क हादसों का पांच साल में टूटा रिकॉर्ड

हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। साल 2023 में मृतकों की संख्या बढ़कर 1054 हो गई। यह संख्या बीते पांच सालों में सबसे ज्यादा है।

सड़क दुर्घटनाएं उत्तराखंड के समस्या बन गईं हैं। सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। कोविड के दौरान साल 2020 में सड़क दुर्घटनाओं में जरूर कमी आई थी लेकिन फिर से दुर्घटनाओं, मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ रही है। साल 2022 में राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में 1042 लोगों ने दम तोड़ दिया था। साल 2023 में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़कर 1691 हो गई और मृतकों की संख्या बढ़कर 1054 हो गई।

घायलों की संख्या में जरूर कमी आई। साल 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में 1613 लोग घायल हुए थे, वहीं बीते साल में 1488 लोग ही घायल हुए थे। सड़क दुर्घटनाओं में पर्वतीय क्षेत्रों में हुई सड़क दुर्घटनाओं की भी संख्या काफी रहती है। परिवहन विभाग के अनुसार पर्वतीय मार्गों पर सड़कों का खराब होना, यातायात नियमों का पालन नहीं करना, सड़क दुर्घटनाओं का मूल कारण होता है।

प्रवर्तन की कार्रवाई में भी हुई बढ़ोत्तरी
हल्द्वानी। सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए परिवहन विभाग ने भी प्रवर्तन की कार्रवाई में बढ़ोत्तरी की है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में दिसंबर माह तक ही 163371 वाहनों का चालान किया गया। साल 2022-23 में 127044, साल 2021-22 में 92092, साल 2020-21 में 62912 वाहनों के चालान किए गए थे।

राज्य में घटित सड़क दुर्घटनाओं की वर्षवार स्थिति
 वर्ष        सड़क दुर्घटनाएं         मृतक               घायल
2019           1353                866                1459
2020           1041                674                  854
2021           1405                820                1091
2022           1674               1042               1613
2023           1691               1054               1488

परिवहन विभाग यातायात नियमों का पालन कराने के लिए जागरूकता अभियान चलाता है। साथ ही यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों का चालान काटा जाता है।
-नंद किशोर, आरटीओ प्रवर्तन, हल्द्वानी संभाग