मुरादाबाद : लक्ष्य तय था, न डिगे और न किसी का नाम लिया, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दो टूक

आशुतोष मिश्र, अमृत विचार। लक्ष्य तय था, इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो टूक बात कही। न डिगे और न ही किसी का नाम लिया। सीधी बात की। सरकार के संकल्पों का खाका खींचा है और प्रस्तावित योजनाओं की रूपरेखा रखी। जनता की अपेक्षाओं पर खरा न उतरने वालों को आईना दिखा दिया। वह शनिवार …

आशुतोष मिश्र, अमृत विचार। लक्ष्य तय था, इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो टूक बात कही। न डिगे और न ही किसी का नाम लिया। सीधी बात की। सरकार के संकल्पों का खाका खींचा है और प्रस्तावित योजनाओं की रूपरेखा रखी। जनता की अपेक्षाओं पर खरा न उतरने वालों को आईना दिखा दिया।

वह शनिवार को यहां सर्किट हाउस में मंडलीय समीक्षा और जनप्रतिनिधियों संग बैठक के बाद संवाददाताओं से मिले। बिना किसी भूमिका के अपने दौरे का लेखा-जोखा रख दिया। सीधे मुद्दे पर आ गए। बोले, शासन की योजनाओं और कानून व्यवस्था की समीक्षा के बाद यह कह सकता हूं, कि सब कुछ बहुत अच्छा है। शासन की योजनाएं प्रभावी तरीके से जमीन पर उतर रही हैं। इसमें जनप्रतिनिधियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री इन बातों को रेखांकित करने के लिए डबल इंजन की सरकार की चर्चा नहीं भूले। बोले, हम सभी को लाभ देने का संकल्प रखते हैं, उसका परिणाम लिख रहा है।

यह बात आगे बढ़ते ही मुख्यमंत्री अतीत की ओर लौट गए। बात एक जिला-एक उत्पाद से शुरू की। लेकिन, उसे समझाने के लिए 2017 से पहले के शासन का पन्ना खोलने से नहीं चूके। कहा, मुरादाबाद में 2017 के पहले एमएसएमई की स्थिति बदहाल थी। हमने जहां पीतलनगरी के बारे में सोचा वहीं ओडीओपी के जरिए प्रदेश के हर जिले को उसका अवसर उपलब्ध कराया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों की समीक्षा हुई। तमाम बंदिशें हटाई गईं। उसका परिणाम हुआ कि यहां का पीतल उद्योग नए रिकार्ड के साथ सामने आया। उन्होंने दावा किया कि 2017 से पहले मुरादाबाद का एक्सपोर्ट महज 4500 करोड़ के भीतर सिमट गया था।

अब यहां का कारोबार 10,000 करोड़ सालाना का हो गया है। बोले, प्रधानमंत्री शहरी और ग्रामीण आवास योजना का क्रियान्वयन अच्छा है। सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि में आशातीत प्रगति है। हमने इन क्षेत्रों में प्रगति के लिए तकनीक का सहारा लिया है। मध्य गंगा नहर परियोजना समय से पूरी होगी। प्रदेश भर में पुलिस लाइन और नवसृजित जिला मुख्यालयों के भौतिक निर्माण के निर्देश दिए गए हैं। औद्योगिक प्रगति के लिए हम काम करेंगे। इसकी संभावनाएं तलाशी जाएंगी।

प्रदेश भर में मंत्रियों के समूह को यह जिम्मेदारी दी गई है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर सरकार आगे कदम बढ़ाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी। सरकार विकास के प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के प्रति वचनबद्ध है। रोजगार सृजन और उद्योग की संभावनाओं को लक्ष्य रखकर हमें आगे बढ़ना है। मुख्यमंत्री ने 6:30 मिनट के संबोधन में लक्ष्य आधारित बात की। 2017 के पहले की स्थितियों का हवाला देकर अप्रत्यक्ष रूप से समाजवादी पार्टी की सरकार को निशाने पर रखा।

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