देवरा भूरा गांव के गोशाला में मर रहे पशु, सपा विधायक ने लगाए गंभीर आरोप

देवरा भूरा गांव के गोशाला में मर रहे पशु, सपा विधायक ने लगाए गंभीर आरोप

मुरादाबाद/संभल/अमृत विचार। मेरठ-बदायूं हाइवे गवां बबराला मार्ग स्थित देवरा भूरा गांव की गोशाला में गायों की भूख से मौत का सिलसिला शुरू हो गया है। अब तक करीब तीन दर्जन गायों की मौत हो चुकी है। यह गोशाला गुन्नौर में मुख्यमंत्री की चुनावी सभा से ठीक पहले तत्कालीन विधायक अजीत कुमार यादव उर्फ राजू ने …

मुरादाबाद/संभल/अमृत विचार। मेरठ-बदायूं हाइवे गवां बबराला मार्ग स्थित देवरा भूरा गांव की गोशाला में गायों की भूख से मौत का सिलसिला शुरू हो गया है। अब तक करीब तीन दर्जन गायों की मौत हो चुकी है। यह गोशाला गुन्नौर में मुख्यमंत्री की चुनावी सभा से ठीक पहले तत्कालीन विधायक अजीत कुमार यादव उर्फ राजू ने बनवाया था।

सपा विधायक राम खिलाड़ी ने आरोप लगाया है कि भूख से गायों की मौत हो रही है। पशुओं को गोशाला में ही दफना दिया जा रहा है। वहीं कार्रवाई के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बाबा की सरकार है, बाबा जाने। उधर, राष्ट्रीय गौरक्षा आंदोलन समिति विश्व हिंदू परिषद के सदस्य प्रमोद राणा ने मामले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि सोमवार को इस संबंध में वह संबंधित अधिकारियों से बात करेंगे। यदि जरूरी हुआ तो वह खुद मौके पर जाकर स्थिति देखेंगे।

बताते हैं कि चुनाव के दौरान गुन्नौर में मुख्यमंत्री की सभा होनी थी। इसके पहले तत्कालीन विधायक ने आनन-फानन में जुगल किशोर ट्रस्ट की जमीन पर अस्थाई गोशाला बनाकर पूरे क्षेत्र में घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़वा कर रखवाने लगे। वहीं, मतगणना के बाद जैसे ही विधायक को चुनाव हारने की सूचनी मिली, गोशाला में मौजूद पशुओं को दाना-पानी मिलना बंद हो गया। इसके चलते भूखी प्यासी गायों की एक एक कर मौत हो रही है।

उधर, इस मसले पर पूर्व विधायक अजीत कुमार राजू अपनी जवाबदेही से बचने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि गायों की मौत के संबंध में पशु चिकित्सा अधिकारी या खंड विकास अधिकारी ही कोई जवाब दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनाव के दौरान चूंकि समाजवादी पार्टी के नेता छुट्टा पशुओं को मुद्दा बना रहे थे। ऐसे में उन्होंने तात्कालिक व्यवस्था के तौर पर जुगल किशोर ट्रस्ट की जमीन पर हुई बैरिकेडिंग कर अस्थाई गोशाला बनवाई थी। ट्रस्ट के संचालक उनके बड़े भाई दीपक है।

इस गोशाला में पूरे क्षेत्र से आवारा पशुओं को रखवाते हुए उनके लिए दाना पानी की व्यवस्था कराई थी। बताते चलें कि गुन्नौर विधान सभा सीट प्रदेश की हॉट सीटों में से एक है। इस सीट से सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के अलावा सपा प्रमुख अखिलश यादव चुनाव जीत कर विधान सभा पहुंच चुके हैं। ऐसे हालात में भारतीय जानता पार्टी ने भी इस सीट पर विजय हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था।

प्रशासन को नहीं है खबर
आनन फानन में गोशाला बनाने और अब गोशाला में रोज हो रही गायों की मौत की कोई खबर प्रशासन को नहीं है। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने बताया कि अब मामला संज्ञान में आया है तो वह इसकी जांच कराएंगे। इसमें पता किया जाएगा कि किसने और कब गोशाला बनाई। इसके बाद जरूरी इंतजाम किए जाएंगे। उधर, खंड विकास अधिकारी रजपुरा राजीव चौधरी ने बताया कि शासनादेश के तहत कोई भी व्यक्ति गायों के भरण पोषण के लिए अपनी जगह या मकान देकर गोशाला बना सकता है। चूंकि हरिबाबा बांध के पास मोलनपुर गांव में संचालित गौशाला के विस्तार का विरोध होने पर देवरा भूरा अस्थाई गोशाला बनाया गया। यहां रह रही 1400 गायों के खाने पीने की व्यवस्था ग्राम प्रधान करते हैं।

गोशाला में नहीं है दाना-पानी की व्यवस्था
गोशाला में रखी गई 1400 गायों के खाने के लिए कुछ नहीं है। खानापूर्ति के लिए थोड़ी बहुत सरसों की तूड़ी का सूखा भूसा डाला गया है। यहां पानी व छाया की भी कोई व्यवस्था नहीं है। दिन भर की धूप में बिना पानी के रह रही गायें एक-एक कर दम तोड़ रही हैं। आरोप है कि गायों के शव को पशु नोच रहे हैं। देवरा भूरा गांव के प्रधान सुरेश यादव ने बताया कि उन्हें खंड विकास अधिकारी ने भरोसा दिया था कि जल्द ही इन गायों को कहीं और शिफ्ट कर दिया जाएगा। पहले यहां 1400 गाय थीं, लेकिन दाना-पानी का इंतजाम नहीं होने की वजह से काफी गायों को छोड़ दिया गया है। इस समय भी 600 के करीब गायें यहां मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि इन गायों के भरण पोषण के लिए उन्हें केवल 28 फरवरी तक के लिए ही बजट मिला था। एक मार्च के बाद से वह मुश्किल से इन गायों के लिए दाना पानी का इंतजाम कर पा रहे हैं।

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