हल्द्वानी: बाजार पर भी बरसी आफत, जिले के कारोबार को साढ़े चार अरब तक घाटा

हल्द्वानी: बाजार पर भी बरसी आफत, जिले के कारोबार को साढ़े चार अरब तक घाटा

हल्द्वानी, अमृत विचार। प्राकृतिक आपदा का बड़ा असर जिले के कारोबार पर भी पड़ा है। व्यापारिक विशेषज्ञों की मानें तो एक दिन में जिले का कारोबार तकरीबन साढ़े चार सौ करोड़ रुपए तक नीचे आ गया है। हल्द्वानी के बाजार को ही करीबन 95 करोड़ का घाटा हो गया है। करवाचौथ पर्व के चलते रविवार …

हल्द्वानी, अमृत विचार। प्राकृतिक आपदा का बड़ा असर जिले के कारोबार पर भी पड़ा है। व्यापारिक विशेषज्ञों की मानें तो एक दिन में जिले का कारोबार तकरीबन साढ़े चार सौ करोड़ रुपए तक नीचे आ गया है। हल्द्वानी के बाजार को ही करीबन 95 करोड़ का घाटा हो गया है। करवाचौथ पर्व के चलते रविवार तक जहां बाजारों में पैर रखने की जगह नहीं थी। मौसम खराब होने के बाद सोमवार को भारी गिरावट देखी गई थी। मंगलवार को तो बाजार में पूरी तरह से सन्नाटा छाया रहा।

पहाड़ों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण हल्द्वानी की गौला नदी उफना गई।

नैनीताल जिले में 15 हजार से अधिक दुकानें हैं। 24 अक्टूबर को करवाचौथ है। ऐसे में महिलाएं काफी संख्या में बाजार आती हैं। सबसे ज्यादा कारोबार कपड़ों और श्रंगार की दुकानों का होता है। रविवार की रात से शुरू हुई बारिश ने बाजार पर असर डालना शुरू किया तो सोमवार को बाजारों की रौनक एकदम फीकी हो गई और मंगलवार को पूरी तरह से बाजार में सन्नाटा छा गया।

प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिला महामंत्री हर्षवर्धन पांडे के अनुसार जिले में 15 हजार से अधिक व्यापारी है। त्योहारी सीजन में एक दिन में अनुमानित पांच सौ करोड़ से ज्यादा का व्यापार होता है। लगातार बरसात के कारण पहाड़ के बाजार बंद हो गए। तराई क्षेत्रों के बाजार पर भी बड़ा असर पड़ा है। 24 घंटों के भीतर ही करीब साढ़े चार सौ करोड़ से ज्यादा का कारोबार धड़ाम हुआ है।

शहर अध्यक्ष योगेश शर्मा के अनुसार हल्द्वानी शहर व उसके आसपास के गांव सहित तकरीबन साढ़े सात हजार दुकानें हैं। करवाचौथ जैसे त्योहार पर प्रतिदिन सौ करोड़ तक कारोबार पहुंच जाता है। बरसात के असर के कारण मंगलवार को ग्राहकों के न आने से हल्द्वानी के व्यापारी मात्र पांच करोड़ के करीब ही कारोबार कर सके हैं।