कानपुर: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के निर्माण में मानकों को किया दरकिनार,10 फर्में ब्लैक लिस्टेड…

कानपुर: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के निर्माण में मानकों को किया दरकिनार,10 फर्में ब्लैक लिस्टेड…

कानपुर। शासन स्तर से 10 फर्मो को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। यह सभी फर्म में एक ही व्यक्ति के द्वारा संचालित की जा रही थी। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के फार्मेसी विभाग में नियम विरुद्ध टेंडर हासिल करने वाली फर्म को घटिया निर्माण करने पर ब्लैक लिस्ट कर दिया है। भवन के जीर्णोद्धार के …

कानपुर। शासन स्तर से 10 फर्मो को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। यह सभी फर्म में एक ही व्यक्ति के द्वारा संचालित की जा रही थी। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के फार्मेसी विभाग में नियम विरुद्ध टेंडर हासिल करने वाली फर्म को घटिया निर्माण करने पर ब्लैक लिस्ट कर दिया है। भवन के जीर्णोद्धार के नाम पर धनराशि की बंदरबांट किए जाने के आरोप पर शिकायत की गयी थी। कई करोड़ के काम होने के बाद भी वजह आज तक भवन बेकार पड़ा हुआ है। फार्मेसी विभाग ने उसे लेने से हाथ खड़े कर दिए हैं।

तत्कालीन महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ बीएन त्रिपाठी ने महेश चंद्र श्रीवास्तव की फर्म को फार्मेसी विभाग के भवन के जीर्णोद्धार के लिए 2.70 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। कॉलेज आफ नर्सिंग परिसर स्थित डिप्लोमा फार्मेसी स्कूल की बिल्डिंग के जीर्णोद्धार के नाम पर धनराशि हजम कर ली गई। आज भी बिल्डिंग जर्जर हालत में पड़ी है।

जब इस पुरे मामले की शिकायत शासन से की थी। तब इस प्रकरण की जांच एसटीएफ से कराने की मांग की गयी थी। मुख्यमंत्री ने एसटीएफ को जांच सौंपते हुए कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे।

एसटीएफ ने कानपुर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्राचार्य डॉ.आरबी कमल के साथ जाकर डिप्लोमा फार्मेसी स्कूल छात्रावास पर छापा मारा था। घटिया निर्माण को पकड़ा। स्लेब के कार्य मे मानकों को दरकिनार किया गया था। निर्माण सामग्री भी गैर स्तरीय इस्तेमाल की गई थी।

एसटीएफ की रिपोर्ट के आधार पर शासन ने फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने की संस्तुति के साथ मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इसके आधार पर शासन ने महेश चंद श्रीवास्तव की सभी 10 फर्मों को 6 सितंबर 2021 को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। फर्म के ब्लैक लिस्ट होने के बाद कंपनी को कार्य देने वाले एक शीर्ष अधिकारी और मेडिकल कॉलेज की एक विभागाध्यक्ष पर भी गाज गिर सकती है।