इंदिरा एकादशी 2022: आज शाम तक इन 5 में से करें कोई एक उपाय, आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलने की है मान्यता

नई दिल्ली। पितृ पक्ष 25 सितंबर तक रहेंगे। सर्वपितृ अमावस्या के साथ ही पितृ पक्ष का समापन हो जाएगा। इस बीच 21 सितंबर यानी आज श्राद्ध एकादशी या इंदिरा एकादशी व्रत है। मान्यता है कि इंदिरा एकादशी व्रत करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। शास्त्रों …

नई दिल्ली। पितृ पक्ष 25 सितंबर तक रहेंगे। सर्वपितृ अमावस्या के साथ ही पितृ पक्ष का समापन हो जाएगा। इस बीच 21 सितंबर यानी आज श्राद्ध एकादशी या इंदिरा एकादशी व्रत है। मान्यता है कि इंदिरा एकादशी व्रत करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। शास्त्रों में एकादशी के दिन कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से धन लाभ के साथ जीवन में खुशहाली आने की मान्यता है।

शालीग्राम की पूजा
मान्यता है कि इंदिरा एकादशी के दिन शालीग्राम की पूजा करनी चाहिए। शालीग्राम को पीले फल, पीले पुष्प व हल्दी अर्पित करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है।

तुलसी के पास घी का दीपक
स्नान के बाद इंदिरा एकादशी के दिन तुलसी के पास घी का दीपक जलाएं। इस दौरान ऊँ वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में तरक्की के योग बनते हैं।

पीली चीजों को करें अर्पित
शास्त्रों के अनुसार, जीवन में आर्थिक उन्नति लाने के लिए भगवान विष्णु को पीले फल, पीले पुष्प व पीली मिठाई अर्पित करनी चाहिए।

पीपल के समक्ष दीपक
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, एकादशी के दिन पीपल के पड़ के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए और पितरों की आत्मा की शांति की कामना करें। मान्यता है कि ऐसा करने से परेशानियों से मुक्ति मिलती है।

विष्णु सहस्त्रनाम पाठ
एकादशी के दिन विष्णु सहस्त्रनाम पाठ का करना बेहद लाभकारी माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

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