कानपुर; सिलीगुड़ी पहुंची पीयूष से अकूत धन बरामदगी की आंच, आयकर विभाग ने शुरू की छापेमारी

कानपुर। आनंदपुरी निवासी इत्र कारोबारी पीयूष जैन के खिलाफ जांच के दौरान नया तथ्य सामने आया है। उसके तार सिलीगुड़ी के सुपारी तस्कर नारायण अग्रवाल से जुड़े हैं। आयकर विभाग की टीम ने सिलीगुड़ी स्थित नारायण के 25 ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। डीजीजीआई की टीम ने दो माह पहले पीयूष जैन के …

कानपुर। आनंदपुरी निवासी इत्र कारोबारी पीयूष जैन के खिलाफ जांच के दौरान नया तथ्य सामने आया है। उसके तार सिलीगुड़ी के सुपारी तस्कर नारायण अग्रवाल से जुड़े हैं। आयकर विभाग की टीम ने सिलीगुड़ी स्थित नारायण के 25 ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है।

डीजीजीआई की टीम ने दो माह पहले पीयूष जैन के घर से 177 करोड़ रुपये बरामद किए थे। उसके कन्नौज स्थित घर से भी 17 करोड़ रुपये मिले थे। इनकी स्टेट बैंक में एफडी कराई जा चुकी है। पीयूष के यहां छापामारी से पूर्व कुछ महीने पहले अहमदाबाद की डीजीजीआई टीम ने कानपुर से पान मसाला लेकर जा रहे चार ट्रक पकड़े थे। इनमें पान मसाले के साथ रुपये भी मिले थे।

इसके बाद पान मसाला कारोबारियों के यहां छापेमारी शुरू हुई। इस दौरान पता चला कि अधिकांश बड़े कारोबारियों के यहां बनने वाले पान मसाले में पीयूष जैन से इत्र खरीदकर मिलाया जाता है। इसके बाद डीजीजीआई की टीम ने पीयूष जैन के घर छापा मार दीवार के रूप में बनी अलमारियों से रुपये बरामद हुए थे।

यूपी और दिल्ली में है सुपारी की भारी मांग 

अधिकारियों के अनुसार पूर्वोत्तर राज्यों से उत्तर प्रदेश और दिल्ली में सुपारी की भारी डिमांड है। यहां से पान मसाला बनकर वापस जाता है। पीयूष जैन का पान मसाला कारोबारियों से भी संपर्क था। वह पूर्वोत्तर भारत के बड़े सुपारी तस्कर नारायण अग्रवाल के संपर्क में आ गया।

वह पान मसाला और सुपारी कारोबारियों के लेनदेन का माध्यम बन गया। पीयूष ट्रक में पान मसाले के साथ नकदी भी इधर-उधर पहुंचाने लगा। डीजीजीआई ने पीयूष के घर से मिले पैसों में नारायण का हिस्सा होने की संभावना जताई है। स्थानीय आयकर अधिकारियों को डीजीजीआई की फाइनल रिपोर्ट का इंतजार है।

नारायण के यहां छापेमारी से खुलेंगे और राज 

नारायण अग्रवाल के यहां टीम की छापेमारी लगातार जारी है। उसके यहां कार्रवाई पूरी होने के बाद पीयूष से जुड़े केस में डीजीजीआई को और पुख्ता जानकारी मिलने की उम्मीद है। इस कारोबार से जुड़े पीयूष के अन्य मित्रों की भी तलाश जारी है।

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