तफ्तीश में हाथ लगी कहानी ने पुलिस को चौंकाया…जानें पूरा मामला

श्रीशंचद्र मिश्र राजन, अमृत विचार। कातिलों की तलाश में जुटी पुलिस को चौंकाने वाली कहानी का पता चला। पुलिस के मुताबिक कृपाल दिल्ली में फल का कारोबार करता था। व्यवसाय व ब्याज पर रकम बांटने के धंधे उसे मोटा मुनाफा हुआ। कृपाल ने दोनों हाथ से दौलत बटोरी। वर्ष 2014 में कृपाल की जिंदगी में …

श्रीशंचद्र मिश्र राजन, अमृत विचार। कातिलों की तलाश में जुटी पुलिस को चौंकाने वाली कहानी का पता चला। पुलिस के मुताबिक कृपाल दिल्ली में फल का कारोबार करता था। व्यवसाय व ब्याज पर रकम बांटने के धंधे उसे मोटा मुनाफा हुआ। कृपाल ने दोनों हाथ से दौलत बटोरी। वर्ष 2014 में कृपाल की जिंदगी में तब उलट फेर हुआ, जब बीवी उसे छोड़कर चली गई। बीवी की बेवफाई से परेशान कृपाल ने पड़ोस में रहने वाली बेवा किरन सोन से संपर्क गांठ लिया। दोनों दिल्ली छोड़ एक साथ जीवन यापन की योजना बनाने लगे। दो वर्ष पहले प्रेमी युगल ने बदायूं के इस्लामनगर में एक मकान खरीदा। फिर साथ रहने लगे।

उधर, कृपाल के ममेरे भाई के बेटे मुकेश ने उससे संपर्क साधा। बातचीत में मुकेश को पता लग गया कि कृपाल व किरन के पास अकूत संपत्ति है। प्रेमी युगल के पास एक चार पहिया वाहन भी था। वह अपने रुपये प्रापर्टी के कारोबार में लगाना चाहते हैं। बीते दो वर्ष के दौरान मुकेश ने कृपाल से प्रापर्टी के नाम पर करीब 20 लाख रुपये गांठ लिया। रुपये हाथ से निकलने के बाद भी कृपाल के हाथ कोई अचल संपत्ति नहीं लगी। पुलिस के मुताबिक रकम हाथ से खिसकने से परेशान कृपाल मुकेश व उसके दोस्तों पर जमीन दिलाने का दबाव बनाने लगा। तब मुकेश व उसके साथियों ने प्रेमी युगल को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।

पांच सितंबर को योजनाबद्ध तरीके से दोनों को बदायूं से साथ लेकर मुकेश व उसके साथी रवाना हुए। सम्भल व अमरोहा में विभिन्न स्थानों पर घूमने के बाद साजिश के तहत वह घटना स्थल पहुंचे। वहां मुकेश व उसके साथियों ने पहले कृपाल के सिर में गोली मारी। फिर वह किरन की तरफ बढ़े। ऐन वक्त तमंचा फंस जाने से गोली नहीं चल पाई। तब कृपाल व उसके साथियों ने किरन के सिर में तमंचे की बट से कई वार किया। इससे किरन की भी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक किरन का इकलौता पुत्र सौरभ बीते तीन साल से लापता है। पति की मौत बाद किरन को ससुरालियों से समझौते में मोटी रकम मिली थी।

दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के आरोपियों की गिद्ध नजर दोनों की संपत्ति हड़प कर लेने की थी। कत्ल के आरोप में कैलाश पुत्र होराम सिह निवासी ग्राम चकफेरी थाना आदमपुर, अमरोहा, मुकेश पुत्र नेत्रपाल निवासी ग्राम कन्दरपुर थाना इस्लामनगर, बदायूं , डोरीलाल पुत्र मुकन्दी निवासी ग्राम सिकन्दरपुर उर्फ पीताम्बरपुर थाना रजपुरा, सम्भल को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया गया। जबकि चौथे आरोपी राजू पुत्र नौबर निवासी पिताम्बरपुर उर्फ सिकन्दरपुर थाना रजपुरा, संभल की तलाश में छापेमारी जारी है।

पर्स से बेनकाब हुए कातिल
पुलिस के मुताबिक दोहरे हत्याकांड के जल्द पर्दाफाश में किरन के पर्श की महत्वपूर्ण भूमिका रही। घटना स्थल से पर्श बरामद होने के बाद पुलिस ने उसकी तलाशी ली। उसमें किरन का दिल्ली का पता मिला। वहां सम्भल पुलिस के पहुंचते ही कृपाल की भी पहचान हो गई। पर्दे के पीछे की पूरी कहानी आइने की तरह साफ हो गई। फिर पुलिस ने घटना की सभी कड़ियों को तेजी से जोड़ लिया।

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