कांग्रेस को थोड़ी चिंता राजस्थान की भी करनी चाहिए- कटारिया

कांग्रेस को थोड़ी चिंता राजस्थान की भी करनी चाहिए- कटारिया

जयपुर। राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा है कि कांग्रेस को थोड़ी चिंता राजस्थान की भी करनी चाहिए जहां कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। कटारिया ने आज अपने बयान में कहा कि उदयपुर में चिंतन कर रही कांग्रेस पार्टी को मेरी सलाह है, थोड़ी चिंता राजस्थान की भी करनी चाहिए जहां …

जयपुर। राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा है कि कांग्रेस को थोड़ी चिंता राजस्थान की भी करनी चाहिए जहां कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। कटारिया ने आज अपने बयान में कहा कि उदयपुर में चिंतन कर रही कांग्रेस पार्टी को मेरी सलाह है, थोड़ी चिंता राजस्थान की भी करनी चाहिए जहां क़ानून व्यवस्था का बुरा हाल है और मुख्यमंत्री का गृह ज़िला भी अछूता नहीं, प्रशासनिक अधिकारी ट्रैप हो रहे है, मंत्री के पुत्र पर दुष्कर्म का आरोप है, सांप्रदायिकता की आग में प्रदेश जल रहा है। चिंतन करें कि हमें राजस्थान को बचाना है।

उन्होंने कहा कि जिस मुख्यमंत्री की अगुवाई में कांग्रेस नेता उदयपुर में आकर चिंतन कर रहे है उस मुख्यमंत्री के क्रियाकलापों का भी उन्हें चिंतन करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ी है और पांच साल की बच्ची का स्कूल में दुष्कर्म हो जाता हैं, पुलिस थानों में अभियुक्त के साथ दुष्कर्म एवं हत्या हो जाती है, आये दिन सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं हो रही, इन पर कोई चिंतन नहीं हो रहा हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संप्रदाय उन्माद फैलाने का जो षड़यंत्रपूर्वक प्रयास किया गया हैं, करौली उसका उदाहरण है।

कटारिया ने कहा कि प्रदेश में कलेक्टर, एसपी एवं आईजी ट्रेप हो रहे है और उसके मुखिया को भनक नहीं लगती है और एसीबी उन्हें पकड़ती है। उन्होंने कहा कि इस बात पर चिंता करनी चाहिए कि इस मुख्यमंत्री के शासन में राजस्थान सुरक्षित है कि नहीं। उन्होंने कहा कि एक विधायक एक मंत्री पर आरोप लगा रहे हैं कि एक मंत्री जनता को लूट रहा है वहीं एक मंत्री का पुत्र शादी का झांसा देकर एक युवती से दुष्कर्म करता रहता है। अगर प्रदेश में मामले का पंजीकरण कराना फ्री है तो युवती को दिल्ली जाकर रिपोर्ट क्यो दर्ज करानी पड़ी है।

उन्होंने कहा कि लम्बे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस केवल दो राज्यों में रह गई और जयपुर आकर चिंतन करना उनका जरुरी है, क्योंकि मेवाड़ देश प्रेम सिखाती है, अब ये सिखेंगे या नहीं यह तो भविष्य बतायेगा लेकिन शिविर में यह बात अच्छी की कि एक ही परिवार को दूसरा टिकट नहीं देंगे लेकिन गांधी परिवार को छोड़कर। क्यों गांधी परिवार अलग, कांग्रेस अलग हैं। इसी कारण कांग्रेस की दुर्गति हुई हैं।

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