दिल्ली शराब घोटाला! CBI का आया बुलावा, मनीष सिसोदिया से कल होगी पूछताछ, केजरीवाल बोले- ये आजादी की दूसरी लड़ाई

दिल्ली शराब घोटाला! CBI का आया बुलावा, मनीष सिसोदिया से कल होगी पूछताछ, केजरीवाल बोले- ये आजादी की दूसरी लड़ाई

नई दिल्ली। सीबीआई ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले के संबंध में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को समन भेजा है। कल (सोमवार) को मनीष सिसोदिया से सुबह 11 बजे पूछताछ होगी। सिसोदिया ने कहा कि मेरे घर पर 14 घंटे CBI रेड कराई, कुछ नहीं निकला. मेरा बैंक लॉकर तलाशा, उसमें कुछ नहीं निकला। मेरे गांव में …

नई दिल्ली। सीबीआई ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले के संबंध में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को समन भेजा है। कल (सोमवार) को मनीष सिसोदिया से सुबह 11 बजे पूछताछ होगी। सिसोदिया ने कहा कि मेरे घर पर 14 घंटे CBI रेड कराई, कुछ नहीं निकला. मेरा बैंक लॉकर तलाशा, उसमें कुछ नहीं निकला। मेरे गांव में इन्हें कुछ नहीं मिला। अब इन्होंने कल 11 बजे मुझे CBI मुख्यालय बुलाया है. मैं जाऊँगा और पूरा सहयोग करूंगा, सत्यमेव जयते।

वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जेल की सलाख़ें और फाँसी का फंदा भगत सिंह के बुलंद इरादों को डिगा नहीं पाये। ये आज़ादी की दूसरी लड़ाई है।मनीष और सत्येंद्र आज के भगत सिंह है। 75 साल बाद देश को एक शिक्षा मंत्री मिला जिसने ग़रीबों को अच्छी शिक्षा देकर सुनहरे भविष्य की उम्मीद दी। करोड़ों ग़रीबों की दुआएँ आपके साथ।

बता दें कि दिल्ली के शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में पहली गिरफ्तारी की थी। ईडी ने मनीष सिसोदिया के करीबी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया था।

दिल्ली एक्साइज पॉलिसी केस को लेकर सीबीआई द्वारा दर्ज की गई FIR में मनीष सिसोदिया का नाम सबसे ऊपर है। बाकी आरोपियों के नाम नीचे आ रहे हैं। ऐसे में तय है कि जांच के केंद्र में मनीष सिसोदिया ही रहने वाले हैं। इस मामले में जांच एजेंसी ने सिसोदिया के अलावा 14 और लोगों को आरोपी बनाया है।

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मनीष सिसोदिया पर दो प्रमुख आरोप
इस पूरे मामले में मनीष सिसोदिया पर दो प्रमुख आरोप हैं। पहला आरोप ये है कि जब Excise Department ने Liquor Shops के लिए लाइसेंस जारी किए तो इस दौरान मनीष सिसोदिया द्वारा कुल Private Vendors को 144 करोड़ 36 लाख रुपये का फायदा पहुंचाया गया क्योंकि इस दौरान इतने रुपये की License Fee माफ कर दी। जिससे सरकार को भारी नुकसान हुआ। इसके अलावा मनीष सिसोदिया पर ये भी आरोप है कि उन्होंने कैबिनेट को भरोसे में लिए बिना और उप-राज्यपाल के बिना फाइनल अप्रूवल के कई बड़े फैसले लिए।

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