बिहार विधानसभा उपचुनाव 2022: मोकामा में बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी जीतीं, कहा- BJP का अहंकार ले डूबा
पटना। छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के रविवार को नतीजे आ गए। बिहार की गोपालगंज विधानसभा सीट पर बीजेपी की कुसुम देवी ने जीत दर्ज की है। कुसुम देवी ने RJD के मोहन प्रसाद गुप्ता को हराया है। वहीं, बिहार में मोकामा सीट से बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी RJD नेता …
पटना। छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के रविवार को नतीजे आ गए। बिहार की गोपालगंज विधानसभा सीट पर बीजेपी की कुसुम देवी ने जीत दर्ज की है। कुसुम देवी ने RJD के मोहन प्रसाद गुप्ता को हराया है। वहीं, बिहार में मोकामा सीट से बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी RJD नेता नीलम देवी ने बड़ी जीत दर्ज की है। नीलम देवी ने भाजपा की सोनम देवी को हराया। नीलम को 79646 और सोनम को 62939 वोट मिले सोनम को नीलम ने 16,707 वोट से हराया। 21 राउंड तक काउंटिंग चली।
बात गोपालगंज की करें तो यहां 24 राउंड तक काउंटिंग चली। यहां बीजेपी की कुसुम देवी ने आरजेडी के मोहन प्रसाद गुप्ता को 1,789 वोट से हराया। कुसुम को 70032 तो मोहन को 68243 वोट मिले।
मोकामा असेंबली उपचुनाव (Mokama Byelection Results 2022) में महागठबंधन उम्मीदवार नीलम देवी को जीत मिली है। नीलम देवी आरजेडी के पूर्व विधायक अनंत सिंह (Anant Singh) की पत्नी हैं। तो अनंत सिंह की जीत की यात्रा 2005 से शुरू हुई वह 2010, 2015 और 2020 के बाद उपचुनाव 2022 में भी जारी रही। जाहिर है यह चुनाव एक बार फिर साबित कर गया जहां व्यक्तित्व हावी था और पार्टियों की भूमिका सीमित हो गई।
मोकामा चुनाव इस बात का सबूत बन गया जहां नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और लालू यादव (Lalu Yadav) के गठबंधन को मुहर लगा दी गई। जो लोग यह मान रहे थे कि मैंडेट का अपमान और आरजेडी से जुड़ने के कारण सवर्ण मतदाता बीजेपी की तरफ जाएंगे ऐसा नहीं हुआ।
इन कारणों ने जीत की नींव रखी
मोकामा सीट पर लड़ाई दो बाहुबलियों की थी, जिसमें अनंत सिंह का क्षेत्र से जुड़े रहना और ललन सिंह का रण छोड़ कर जाना बेहद अहम रहा। मौजूदा स्थिति के मूल्यांकन में अनंत सिंह की परोक्ष और अपरोक्ष रूप से उपस्थित रहना काम कर गया। मोकामा में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने बीजेपी उम्मीदवार सोनम देवी को 16 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी। सोनम देवी, ललन सिंह की पत्नी हैं।
नीतीश कुमार का प्रचार में नहीं आना
बीजेपी ने नीतीश कुमार की उपचुनाव के दौरान अनुपस्थिति के मुद्दे को जिस तरह से उठाया, उसका फायदा नहीं मिल सका। मोकामा में वह अपने प्लान सफल नहीं हुई। बीजेपी के इस प्रयास का मकसद था कि नीतीश कुमार के वोट बैंक का रुख वो अपनी ओर मोड़ देंगे। हालांकि, इसमें उन्हें उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली।
उपचुनाव बिहार गोपालगंज नतीजा
बिहार में गोपालगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा की जीत पटना, छह नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को बिहार में गोपालगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल कर इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को उपचुनाव में मात दी। विधायक सुभाष सिंह के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव आवश्यक हो गया था। सिंह की पत्नी एवं भाजपा उम्मीदवार कुसुम देवी को 70,032 वोट मिले, जबकि राजद के मोहन गुप्ता को 68,243 वोट मिले।
असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा), जिस पर अकसर राजद भाजपा की बी टीम होने का आरोप लगाता था, क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर रहीं तथा 20,000 से अधिक वोट मिले। गौरतलब है कि बसपा प्रत्याशी इंदिरा यादव राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी के छोटे भाई साधू यादव की पत्नी हैं। साधू यादव ने 2000 में इस सीट जीत दर्ज की थी। यादव को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के एक अधिकारी से दुर्व्यवहार से जुड़े एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। भा
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