बरेली: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के सैकड़ों आवेदकों के स्लॉट निरस्त, जानें वजह
बरेली, अमृत विचार। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के पूर्व निर्धारित स्लाट आगे बढ़ा दिए गए है। अब टेस्ट देने के लिए आवेदकों को दूसरी तिथि कार्यालय से जाकर लेनी होगी। शुक्रवार से कार्यालय खुलने के बाद अब फिर से आरटीओ में लाइसेंस बनने और गाड़ी फिटनेस समेत अन्य काम शुरू होंगे। यह भी पढ़ें- बरेली: इज्जतनगर …
बरेली, अमृत विचार। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के पूर्व निर्धारित स्लाट आगे बढ़ा दिए गए है। अब टेस्ट देने के लिए आवेदकों को दूसरी तिथि कार्यालय से जाकर लेनी होगी। शुक्रवार से कार्यालय खुलने के बाद अब फिर से आरटीओ में लाइसेंस बनने और गाड़ी फिटनेस समेत अन्य काम शुरू होंगे।
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दो पहिया और चार पहिया वाहनों के लाइसेंस के लिए ड्राइविंग लाइसेंस इन दिनों बनना मुश्किल काम हो गया है। लर्निंग लाइसेंस बनने के बाद परसाखेड़ा में बने ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक पर वाहन चलाना आवेदकों के लिए मुश्किल साबित हो रहा है
। अभी दिवाली के मौके पर 27 अक्टूबर तक कार्यालय में अवकाश है। जिसके तहत 25, 26, 27 को ड्राइविंग टेस्ट के लिए आवेदकों को मिले स्लाॅट को आगे बढ़ा दिया गया है। इस मामले में एआरटीओ प्रशासन मनोज सिंह ने बताया कि अवकाश के दिन जिन आवेदकों के टेस्ट होने थे। अब उन्हें कार्यालय से दूसरी तिथि लेने पड़ेगी। शुक्रवार से कार्यालय खुलने के बाद सभी काम शुरू कर दिए जाएंगे।
ट्रैक पर फेल हो रहे है कार चालक
लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले कार नहीं चला पा रहे हैं, जबकि वे बाइक चलाने में पास हो रहे हैं। परसाखेड़ा स्थित ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक पर 1789 लोग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट देने के लिए पहुंचे। जिसमें से सिर्फ 18 लोग ही पास हो सके। इसके अलावा 810 लोग बाइक चलाने में पास हुए हैं।
एडीटीटी प्रदेश का दूसरा हाईटेक टेस्टिंग ट्रैक है। आवेदक की गाड़ी अगर लाइन को छूती है तो वह फेल हो जाता है। ट्रैक पर एच, ऑफ, एस, पार्किंग, यूटर्न, आठ जेब्रा क्रॉसिंग, प्रमुख ट्रैफिक सिग्नल बनाए गए हैं। सभी जगह सेंसर लगे हैं, जिन्हें कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है।आंकड़ों के अनुसार 4 से 30 जुलाई तक 1789 लोग टेस्ट देने के लिए पहुंचे। इसमें 961 लोग बाइक और कार चलाने में फेल हो गए। कुल 828 लोग पास हुए।
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