बरेली: नामांकन कम होने पर 41 स्कूलों के स्टाफ का वेतन रोका

बरेली: नामांकन कम होने पर 41 स्कूलों के स्टाफ का वेतन रोका

बरेली, अमृत विचार। स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत निर्धारित समय के भीतर स्कूलों में शत प्रतिशत बच्चों के नामांकन का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। हालांकि परिषदीय विद्यालयों में 30 सितंबर तक नए छात्रों के प्रवेश जारी रहेंगे । जनपद के स्कूलों में नामांकन का लक्ष्य पूरा न होने पर बीएसए ने खंड शिक्षा …

बरेली, अमृत विचार। स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत निर्धारित समय के भीतर स्कूलों में शत प्रतिशत बच्चों के नामांकन का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। हालांकि परिषदीय विद्यालयों में 30 सितंबर तक नए छात्रों के प्रवेश जारी रहेंगे । जनपद के स्कूलों में नामांकन का लक्ष्य पूरा न होने पर बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों पर कार्रवाई का दबाव बनाया।

इस पर अफसरों ने खुद को बचाने के लिए 41 स्कूलों के पूरे स्टाफ समेत प्रधानाध्यपकों का वेतन रोकने की संस्तुति कर रिपोर्ट बीएसए को भेज दी। इससे शिक्षकों में आक्रोश है। शिक्षकों का कहना है कि खुद बीएसए व विभागीय उच्चाधिकारी नगर क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर स्कूलों में नामांकन कराते रहे, इसके बावजूद नगर क्षेत्र के स्कूलों में नामांकन का ग्राफ सबसे नीचे है।

जबकि जनपद के सभी ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में लगातार प्रवेश प्रक्रिया के तहत बच्चों के नामांकन किए जा रहे हैं। जनपद में परिषदीय स्कूलों में नामांकन का लक्ष्य पूरा न होने पर कुछ दिन पहले शासन ने बीएसए से जवाब तलब किया था। शासन के कड़े रवैये से खुद को सुरक्षित रखने के लिए बीएसए ने क्यारा और बहेड़ी ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांग लिया।

इसकी वजह बताया जा रहा है कि इन दोनों ब्लॉक के स्कूलों से गूगल सीट के जरिए भेजी जाने वाली सूचनाएं समय से नहीं दी जा रही हैं। इसके बाद क्यारा के खंड शिक्षा अधिकारी ने विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए आनन फानन में 41 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के प्रधानाचार्य समेत पूरे स्टॉफ का एक दिन का वेतन रोकने और स्पष्टीकरण देने का फरमान जारी कर दिया, जबकि रोजाना इनमें से लगभग सभी स्कूलों से शिक्षण समय अंतराल में सूचना दे दी जाती है।

नामांकन में पीछे नगर क्षेत्र के स्कूल

शुक्रवार को बीएसए कार्यालय से जारी रिपोर्ट के मुताबिक फरीदपुर ब्लॉक में नामांकन की स्थिति 104.02 फीसद के साथ ही निर्धारित लक्ष्य से ऊपर चल रही है। आलमपुर और नवाबगंज ब्लॉक में लक्ष्य से अधिक बच्चों के नामांकन किए जा चुके हैं। चौथे स्थान पन क्यारा ब्लॉक है। यहां लक्ष्य 93.55 फीसद पूरा हो चुका है। नगर क्षेत्र में बीएसए व उच्च अधिकारियों के प्रयास के बावजूद स्कूलों में सिर्फ 59.26 फीसद ही बच्चों का नामांकन हो पाया है।
आखिर कैसे हों नामांकन
नामांकन को लेकर शिक्षा सत्र की शुरुआत में जनपद स्तर पर व्यापक स्तर पर स्कूल चलो अभियान शुरू किया गया। स्कूलों की ओर से रैलियां निकाली गईं। बावजूद सरकारी स्कूलों में नामांकन नहीं बढ़ पा रहा है। इस संबंध में शिक्षकों का कहना है कि पिछले वर्ष कोविड संक्रमण काल में बाहर से आए लोगों ने यहां के स्कूलों में बच्चों को प्रवेश दिलाया था, लेकिन संक्रमण कम होने पर ज्यादातर लोग अपने पूर्व स्थान पर बच्चों की टीसी लेकर जा चुके हैं। इसके कारण क्षेत्रों में नए नामांकन के लिए शिक्षकों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।

जिन स्कूलों की ओर से सूचना में लेट लतीफी की जा रही है, उन्हें समय से सूचना भेजनी चाहिए, ताकि निर्धारित समय पर उसे आगे भेजा जा सके। कुछ स्कूलों द्वारा लापरवाही बरते जाने पर यह कदम उठाया गया है।—मनोज राम, खंड शिक्षा अधिकारी, क्यारा

नामांकन प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन ब्लॉकों में नामांकन का शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा नहीं किया गया है, उनके खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।—विनय कुमार, बीएसए

अफसरों के तानाशाही रवैये से शिक्षकों में आक्रोश है, जबकि दिन रात मेहनत कर शिक्षक ज्यादा से ज्यादा बच्चों का नामांकन करने का प्रयास कर रहे हैं। यदि शिक्षकों का उत्पीड़न हुआ तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा।—डा. विनोद शर्मा, मंडल अध्यक्ष, यूपी जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ

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